पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शुक्रवार दोपहर उस वक्त हैरान रह गए, जब कंट्रोल रूम को जानकारी मिली कि एक अणे मार्ग पर डेढ़ माह की बच्ची का शव रखकर स्वजन हंगामा कर रहे हैं। सूचना मिलते ही सचिवालय समेत आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई।स्वजन का कहना था कि शास्त्री नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्ची को तीन टीके लगाए गए थे। दवा पिलाई गई थी और इसके कुछ ही घंटे के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ी एवं सुबह मौत हो गई। इसकी शिकायत लेकर वे शास्त्री नगर थाने में तीन घंटे तक बैठे रहे, लेकिन प्राथमिकी नहीं हुई।
बुखार की हालत में रो रही थी बच्ची
सचिवालय डीएसपी (द्वितीय) साकेत कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार को शास्त्री नगर थाने जाकर आवेदन देने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
गोपालगंज के कुचायकोट निवासी संतराज शर्मा ग्रिल की दुकान में काम करते हैं। वे पटेल नगर इलाके में रहते हैं। संतराज ने बताया कि गुरुवार की पत्नी शास्त्री नगर शहरी प्राथमिक उपचार केंद्र पर दुधमुंही बच्ची को टीका दिलाने गई थी। वहां स्वास्थ्यकर्मी ने तीन सुई लगाई और मुंह में दवा पिलाई।
रात में वे दुकान से आए तो देखा कि बच्ची काफी रो रही थी। उसे बुखार भी था। शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। उन्हें आशंका है कि गलत या एक्सपायर टीका देने से बच्ची की मौत हुई है। इसके पीछे स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही है।
मेडिकल बोर्ड में हुआ बच्ची का पोस्टमार्टम
संतराज की लिखित शिकायत पर पुलिस ने आईजीआईएमएस में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में बच्ची का पोस्टमार्टम कराया। थानेदार अमर कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के उपरांत शव स्वजन को सौंप दिया गया। संतराज ने स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही और गलत टीका देने का आरोप लगाया है। आवेदन को जांच के लिए जिलाधिकारी के पास भेजा है। पुलिस भी जांच कर रही है।