राजधानी पटना में भाजपा के एक नेता (BJP Leader) के बेटे के अपहरण की कहानी का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है और अपहृत को नॉएडा से सकुशल बरामद भी कर लिया है। पुलिस जांच में पता चला कि ऑनलाइन गेम के चक्कर में पांच लाख रूपये का कर्ज हो जाने के बाद वह राशि पिता से लेने के लिए भाजपा नेता के बेटे ने खुद ही अपनी अपहरण की झूठी कहानी रची थी।
मामले की जानकारी देते हुए पटना पुलिस की एएसपी दीक्षा ने बताया कि कथित अपहृत की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने दो आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि अपहृत आशु बैटल ग्राउंड मोबाइल इंडिया नामक एक ऑनलाइन गेम खेलता था और उस गेम की आईडी खरीदने के लिए आशु ने शिवम से पांच लाख रूपये का कर्ज लिया था। इस बात का उन लोगों ने एग्रीमेंट भी किया था।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि आशु विगत नवंबर महीने से अपने कॉलेज भी नहीं जा रहा था। कॉलेज की तरफ से उसे जनवरी में एक नोटिस भी जारी किया गया था। वहीं परीक्षा देने के लिए जाने के लिए घर से निकला आशु अपने परीक्षा केंद्र पर भी नहीं पहुंचा था। वह घर से निकलने के बाद हाजीपुर में जा कर रुका और फिर वहां से पटना आ गया।
पटना के गोला रोड से उसने अपनी मां को फोन कर अपने अपहरण की झूठी कहानी बताई और बताया कि शिवम और रिक्की समेत अन्य लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। इसके बाद वह देर शाम पटना रेलवे स्टेशन पहुंच कर एक ट्रेन से दिल्ली चला गया जहां वह अपने एक दोस्त के साथ रहने लगा। पुलिस ने अनुसंधान के दौरान सही सूचनाएं एकत्रित कर नॉएडा स्थित उसके एक दोस्त के फ्लैट से आशु को बरामद कर पटना ले आई है।