कैसा होगा यदि कोई व्यक्ति अपने प्यार कामयाब बनाने के लिए अपनी जिंदगी के कई अहम पलों के साथ ही अपनी जिंदगी भर की कमाई उसकी तरक्की करने के लिए लगा दे और जब वह कामयाबी की सीढ़ी चढ़े उसके बाद उस व्यक्ति को ही ठोकर मार दे। जिसने उसे कामयाब बनाने के लिए अपनी जिंदगी लगा दी हो। ऐसी ही एक खबर बिहार के मुजफ्फरपुर से निकलकर सामने आ रही है जहां एक महिला की CISF में नौकरी लगते ही उसने अपने पति से तलाक मांग लिया।
सबकुछ छोड़कर पति ने सरकारी नौकरी की तैयारी कराई-पति का नाम मोनू कुमार है। मोनू और ममता ने लव मैरिज किया था। मैरिज के बाद पत्नी ने सरकारी नौकरी करने की इच्छा जाहिर की। पति ने उसे नौकरी की तैयारी कराने के लिए जमीन-आसमान एक कर दिया। उसने पत्नी की नौकरी के लिए खुद की नौकरी का बलिदान दे दिया और खुद कामयाब ना हो सका। उसने कड़ी मेहनत करके अपनी पत्नी को पढ़ाया लिखाया और नौकरी की तैयारी करायी।
CISF की नौकरी लगते ही पत्नी के स्वभाव में आने लगा बदलाव – दो साल की कड़ी मेहनत के बाद पत्नी की नौकरी CISF में लगती है। नौकरी लगने के बाद पत्नी के स्वभाव में बदलाव आने लगा। वह बात-बात पर पति से झगड़ करने लगी। दोनों के बीच कई बार विवाद भी होने लगा। पति को ये सब बस महज इत्तेफाक लग रहा है पर जब उसने सच्चाई जानी तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।नौकरी लगने के बाद उसकी पत्नी कई गैर मर्दों के साथ घूमने लगी। जब पति इसका विरोध करता तो पत्नी उससे बेवजह झगड़ा करने लगती। सिलसिला यूं हीं चलता रहा और एक दिन पत्नी आकर कहती है कि उसे तलाक चाहिए। वजह पूछने पर कहती है कि वो उसके टाइप का नहीं है। अब उसका ओहदा कुछ अलग ही लेबल का है।