कोलकाता नाइट राइडर्स ने 38 गेंद रहते आठ विकेट की बड़ी जीत के साथ तीन साल में पहली जबकि कुल चौथी बार आईपीएल के फाइनल का टिकट कटा लिया। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मिचेल स्टार्क की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से कोलकाता ने पहले क्वालीफायर-1 में सनराइजर्स हैदराबाद को 159 रन पर ढेर कर दिया। उसके बाद लक्ष्य 13.4 अेावर में दो विकेट पर 164 रन बनाकर हासिल कर लिया।
खिताबी मुकाबला 26 को फाइनल 26 मई को चेन्नई में खेला जाएगा। हैदराबाद के पास खिताबी मुकाबले में जगह बनाने का अभी एक और मौका है। उसे शुक्रवार को दूसरे क्वालीफायर एलिमिनेटर की विजेता टीम से खेलना है।
श्रेयस-वेंकटेश के अर्धशतक छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए गुरबाज (23) और नारायन (21) ने पहले विकेट के लिए 20 गेंद में 44 रन जोड़कर कोलकाता को धमाकेदार शुरुआत दिलाई। नटराजन ने गुरबाज और कमिंस ने नारायन को आउट किया। इससे स्कोर दो विकेट पर 67 रन हो गया। इसके बाद कप्तान श्रेयस (58) और वेंकटेश (51) ने तीसरे विकेट के लिए अटूट 97 की साझेदारी कर टीम को आसान जीत दिला दी। श्रेयस ने हेड के दूसरे ओवर में लगातार चार गेंदों पर तीन छक्कों सहित चार बाउंड्री लगाई।
स्टार्क ने दिए झटके इससे पहले स्टार्क ने मैच की दूसरी ही गेंद पर हेड की गिल्लियां बिखेरकर हैदराबाद को जो झटका दिया, उससे टीम अंत कर उबर नहीं पाई। मात्र 30 गेंद में 39 रन पर उसके चार बल्लेबाज पवेलियन में थे। राहुल त्रिपाठी ने सर्वाधिक 55 रन बनाए। उन्होंने हेनरिच क्लासेन (32) के साथ पांचवें विकेट के लिए 37 गेंद में 62 रन की आक्रामक साझेदारी की। अंत में कप्तान पैट कमिंस ने 24 गेंद में 30 रन बनाकर टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में मदद की। समद ने 16 रन का योगदान दिया। मिचेल स्टार्क ने तीन जबकि वरुण चक्रवर्ती ने दो विकेट चटकाए।
10वें विकेट की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी
हैदराबाद के कप्तान कमिंस और विजयकांत ने दसवें विकेट के लिए 33 रन जोड़े। यह लीग के इतिहास की अंतिम विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इन दोनों ने राजस्थान रॉयल्स के अंकित राजपूत और टॉम करेन (31 नाबाद, बनाम हैदराबाद, 2020) का चार साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। रिकॉर्ड पंजाब के शिखर धवन और मोहित राठी के नाम है। इन दोनों ने पिछले साल हैदराबाद के खिलाफ नाबाद 55 रन की साझेदारी की थी।
श्रेयस पहले कप्तान
श्रेयस दो टीमों को फाइनल में पहुंचाने वाले पहले कप्तान हैं। इससे पहले 2020 में उनकी अगुआई में दिल्ली खिताबी मुकाबले में पहुंची थी। इस बार वह फाइनल न जीत पाने का खुद पर लगा ठप्पा हटना चाहेंगे।