पीएम मोदी ने चक्रवात रेमल को लेकर की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

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बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात रेमल के रविवार रात बंगाल तट से टकराने की संभावना है. जिसके लिए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है. तैयारियों की समीक्षा के लिए पीएम मोदी ने रविवार शाम अधिकारियों के साथ बैठक की.

मुख्य तथ्य

  • आज रात बंगाल तट से टकरा सकता है चक्रवात रेमल
  • पीएम मोदी ने की अधिकारियों संग समीक्षा बैठक
  • बंगाल समेत तीन राज्यों में तैनात की गई एनडीआरएफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात रेमल को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान पीएम मोदी ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. बता दें कि बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात रेमल आज रात बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकरा सकता है. जिसके चलते कोलकता एयरोर्ट को अगले 21 घंटों के लिए बंद किया गया है. इसके साथ ही इलाके में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात की गई. चक्रवात रेमल के चलते कोलकाता में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. जहां से आपदा की स्थित में कॉल कर मदद और जरूरी जानकारियां मांगी जा सकती है. जिसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 और 033 22143526 जारी किया गया है.

पश्चिम बंगाल, ओडिशा तट पर NDRF तैनात

चक्रवात रेमल के असर को देखते हुए पश्चिम बंगाल के अलावा तटवर्तीय राज्य ओडिशा और त्रिपुरा में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इन तीनों राज्यों में एनडीआरएफ की कुल 14 टीमें तैनात की गई हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ट्री-कटर से लेकर स्पीड बोर्ट तक तमाम जरूरी संसाधनों के साथ काम में लगी हुई हैं. जिससे चक्रवात के तट से टकराने के बाद हुई तबारी के वक्त जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके.

बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित है चक्रवात

मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात रेमल इस वक्त बंगाल की खाड़ी से 270 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व दिशा में मौजूद है. इसके रविवार आधी रात को बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपूपाड़ा के बीच तटवर्ती इलाकों से होकर गुजरने की आशंका है. इसके प्रभाव से बंगाल के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है. इस दौरान 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं.

सुबह से ही चल रहीं तेज हवाएं

चक्रवात रेमल के असर से कोलकाता समेत बंगाल के कई जिलों में रविवार सुबह से ही इसका असर देखने को मिल रहा है. सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं और तेज हवाएं चल रही हैं. बीच-बीच में बारिश भी हो रही है. चक्रवात के चलते राज्य सचिवालय में कंट्रोल रूम खोला गया है. इसके साथ ही राहत सामग्रियों, जरूरी दवाओं के साथ अन्य सभी जरुरी चीजों का भंडारण भी किया गया है. वहीं प्रभावित होने पर लोगों के लिए राहत शिविरों में पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. वहीं मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी है. और जो मछुआरे समुद्र में गए हैं उन्हें तुरंत लौटने को कहा गया है.

IMD ने दी भारी बारिश की चेतावनी

चक्रवात रेमल के चलते मौसम विभाग ने दो दिनों (रविवार व सोमवार) तक बंगाल और उत्तरी ओड़िशा के तटीय जिलों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग का कहना है भारी बारिश के चलते इन दोनों जिलों में बड़ा नुकसान हो सकता है.