पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती
पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को मंगलवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 96 वर्षीय आडवाणी की हालत स्थिर बताई जा रही है।
स्वास्थ्य की जानकारी
3 जुलाई को आडवाणी को पहली बार अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन एक दिन बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। हाल ही में, उम्र संबंधी समस्याओं के कारण उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें एक दिन बाद छुट्टी मिल गई थी।
भारत रत्न सम्मान
31 मार्च को, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आडवाणी को उनके आवास पर भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किया था। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, और पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी उपस्थित थे।
आडवाणी का राजनीतिक करियर
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ था। वे 14 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए थे। 1947 में, भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद वे अपने परिवार के साथ भारत चले आए। 1951 में, श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा गठित भारतीय जनसंघ में शामिल हुए। 1970 में राज्यसभा में पहुंचे और दो साल बाद पार्टी के अध्यक्ष बने।आडवाणी को 1975 के आपातकाल के दौरान गिरफ्तार किया गया था, और 1977 में मोरारजी देसाई की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री नियुक्त किया गया।
1980 में, वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्य बने। 1990 के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन में उनकी भूमिका ने भाजपा को राष्ट्रीय प्रमुखता दिलाई। वे तीन बार भाजपा अध्यक्ष रहे और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। 2009 में, उन्हें भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन पार्टी चुनाव हार गई थी।
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