कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने पूर्व मंत्रियों के कार्यकाल की समीक्षा फैसले का स्वागत किया है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के बस कुछ चेहरे बदले हैं लेकिन तंत्र नहीं है। पिछले सरकार में गड़बड़ी हुई तो सीएम नीतीश कुमार ही थे।
इसके साथ ही शकील अहमद खान ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि सिर्फ मंत्रियों की क्यों अधिकारियों भी जांच होनी चाहिए। सभी की जांच हो तो बेहतर है। अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग की भी जांच होनी चाहिए। ये सिर्फ कहने के लिए हैं, होना कुछ भी नहीं है।
वहीं, विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच EOU को सौंपे जाने के सवाल पर शकील अहमद खान ने कहा कि फ्लोर टेस्ट से पहले तो मैंने जेडीयू के विधायकों को डरा हुआ और खौफ में देखा है, वो खुद परेशान थे। तोड़ने की बातें तो बिहार कांग्रेस के विधायकों के साथ हो रही थी लेकिन हुआ क्या? उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा कि जांच जरूर होनी चाहिए लेकिन सरकार अपनी नौकरी के वादे से पीछे न हटे।