पूर्व IAS की पत्नी की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा, CCTV फुटेज में मिले अहम सुराग

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सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे (58) की हत्या कर लूट की वारदात के केस में सीसीटीवी फुटेज से बड़ा खुलासा हुआ है. इस दौरान कई अहम सुराग सामने आए हैं

सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे (58) की हत्या कर लूट की वारदात के मामले में  रविवार को सीसीटीवी फुटेज से बड़ा खुलासा हुआ. बदमाशों ने जेवर और नकदी एक बैग में भरे थे. फिर स्कूटी से भागे थे. फुटेज में स्कूटी में पीछे बैठा बदमाश बैग पीठ पर टांगे हुए दिख रहा है. कुछ दूर जाकर उसने हेलमेट भी उतार दिया था. हालांकि, 48 घंटे बाद भी पुलिस कातिलों तक पहुंचने में नाकाम है. इंदिरानगर सेक्टर-20 निवासी सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र शनिवार सुबह सात बजे अपने ड्राइवर रवि के साथ गोल्फ खेलने चले गए थे. उनके जाने के बाद बदमाशों ने उनके घर पर धावा बोलकर उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी. अलमारियां खोलकर जेवरात व नकदी भर ले गए थे. कुछ ही घंटे में पता चला था कि दो बदमाश नीले  रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे. अब रविवार को फुटेज से ही और अधिक जानकारी मिली.

फुटेज में पहले दोनों बदमाश हेलमेट लगाए कैद हुए. कुछ दूर जाने के बाद पीछे बैठे बदमाश ने हेलमेट उतार दिया. उसकी स्पष्ट तस्वीर कैद हो गई. उसी ने वह बैग पीठ पर टांग रखा है, जिसमें लूटे गए जेवर और नकदी है. पुलिस फुटेज के सहारे दोनों तक पहुंचने की जद्दोजहद में जुटी है. दोनों बदमाश जब वारदात अंजाम देने आए थे तब हेलमेट पहना हुआ था. घटना के बाद जब वह बाहर निकले तब भी हेलमेट लगाए रहे.

दो तीन किमी दूर जाने के बाद पहले पीछे वाले बदमाश ने हेलमेट उतारा और कैंट इलाके में स्कूटी चलाने वाले भी हेलमेट उतार दिया. पुलिस सूत्राें के मुताबिक पुलिस ने दोनों की पहचान कर ली है. उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में पुलिस की टीमें लगी हैं.

500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले

जिस रूट से बदमाश आए और जिस तरफ भागे, उन दोनों मार्गों की फुटेज पुलिस खंगाल रही है. अब तक 500 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है. दो से तीन टीमें सिर्फ फुटेज ही देख रही हैं. इसके अलावा सर्विलांस सेल की टीम ने कई संदिग्ध मोबाइल नंबर चिह्नित किए हैं. इन नंबरों को इस्तेमाल करने वालाें को पुलिस ट्रेस कर रही है.

स्कूटी से नंबर प्लेट गायब

बदमाशों ने जिस स्कूटी का इस्तेमाल वारदात में किया है, उसमें नंबर प्लेट नहीं थी. उनको भलीभांति पता था कि अगर नंबर प्लेट रहेगी तो आसानी से ट्रेस किए जा सकते हैं. इसलिए नंबर प्लेट हटा दी.