पेपर लीक कराकर अस्पताल में भर्ती हो गया था मास्टरमाइंड संजीव मुखिया, पूरी प्लानिंग आयी सामने

Sanjeev mukhiya neet

NEET UG परीक्षा 2024 के पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया ने सारे कांड को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया था. 5 मई को नीट परीक्षा के दिन से ही संजीव मुखिया गायब हो गया था. वह नालंदा के उद्यान महाविद्यालय का कर्मचारी है, लेकिन नीट परीक्षा के दिन से ही ड्यूटी से गायब है. इस बीच उसने अपने कॉलेज में मेडिकल सर्टिफिकेट भी भेजा. उसका हर एक्शन बता रहा है कि संजीव मुखिया ने न सिर्फ पेपर लीक बल्कि उसके बाद के सारी गतिविधियों की तैयारी पहले से कर रखी थी.

बता दें कि मेडिकल नीट-यूजी पेपर लीक मामले की बिहार पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई की टीम के साथ-साथ अब सीबीआई भी जांच कर रही है. बिहार की पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई की जांच में पता चला है कि पेपर लीक का किंगपिन नालंदा का संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया है. पुलिस उसके संबंधियों के साथ साथ गिरोह के कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन संजीव मुखिया फरार है.

5 मई से ही है फरार

नीट यूजी 2024 की परीक्षा 5 मई को हुई थी. संजीव मुखिया उसी दिन से फरार है. संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय स्थित सरकारी उद्यान महाविद्यालय में तकनीकी सहायक के रूप में काम करता है. 5 मई को रविवार था लिहाजा उस दिन कॉलेज बंद था. अगले दिन यानि 6 मई को जब कॉलेज खुला तो संजीव मुखिया ड्यूटी पर नहीं पहुंचा.

नालंदा उद्यान महाविद्यालय का प्रशासन 8 दिनों तक अपने कर्मचारी संजीव मुखिया के कॉलेज आने का इंतजार करता रहा लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं आया. इसके बाद कॉलेज के प्राचार्य ने 14 मई को संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया के घर पर पत्र भेजकर जवाब मांगा कि बगैर सूचना ड्यूटी पर नहीं आने के कारण क्यों नहीं उसके खिलाफ कार्रवाई की जाये.

पुलिस ने पेपर लीक पकड़ा और अस्पताल पहुंच गया संजीव

संजीव मुखिया की प्लानिंग जबरदस्त थी. 5 मई को पटना पुलिस ने नीट परीक्षा के पेपर लीक का मामला पकड़ लिया था. पटना पुलिस को पता चल गया था कि नीट परीक्षा का पेपर लीक कर उसके उत्तर को अभ्यर्थियों को रटवाया जा रहा है. अगले दिन यानि 6 मई को संजीव मुखिया पटना के पीएमसीएच के ओपीडी में पहुंच गया.

संजीव मुखिया ने 21 मई को नालंदा उद्यान महाविद्यालय को पत्र भेजकर कहा कि 6 मई से ही उसकी तबीयत खराब है. इसलिए वह ड्यूटी पर नहीं आ पाया. उसने अपने पत्र के साथ पीएमसीएच के ओपीडी का कागजात भी लगाया. जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया था. डॉक्टर ने उसे दवा के साथ साथ 2 हफ्ते तक आऱाम करने की सलाह दी थी.