वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेनदेन के विवाद में हुई। दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपित काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी ने बताया कि काजिम ने जीतन से डेढ़ लाख रुपए कर्ज पर लिए थे। कर्ज नहीं चुका पाने के कारण काजिम ने उनकी हत्या कर दी। एसएसपी ने बताया कि काजिम ने घटना में संलिप्तता स्वीकार करते हुए वारदात की विस्तृत जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि मुकेश सहनी के पैतृक गांव बिरौल थाने के अफजला निवासी शफीक अंसारी के पुत्र काजिम अंसारी (40) ने जीतन सहनी से तीन किस्तों में डेढ़ लाख रुपए का कर्ज चार प्रतिशत की मासिक ब्याज दर पर लिया था। इसके लिए उसने उनके पास अपनी जमीन गिरवी रखी थी। काजिम कर्ज चुका नहीं पा रहा था। काजिम ने सोमवार की रात करीब डेढ़ बजे साथियों के साथ जीतन सहनी के घर में पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। उस दरवाजे में अंदर का लॉक नहीं है। घर में घुसने के बाद इन सबने जीतन को जगाया और डरा-धमका कर अपनी जमीन और कर्ज के कागजात मांगे। इस पर जीतन से उनका विवाद हो गया। इस पर गुस्से में आकर काजिम ने जीतन पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। उसके साथियों ने जीतन के हाथ-पैर पकड़ रखे थे।
हत्या करने के बाद आरोपितों ने अलमारी की चाबी ढूंढ़ने की कोशिश की ताकि अपने कागजात वापस ले जा सकें। चाबी नहीं मिलने पर लाल अलमारी को उठाकर घर के पीछे तालाब में फेंक दिया जिससे कागजात गलकर नष्ट हो जाएं। एसएसपी ने कहा कि काजिम ने पूछताछ में अपने साथियों के नाम बताए हैं।