प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पेपर लीक मसला राजनीति की भेंट चढ़ा दिया। मैं नौजवानों को आश्वस्त करता हूं कि आपको धोखा देने वालों को सरकार छोड़ने वाली नहीं है। इन्हें सख्त सजा मिले, ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं।
आपातकाल को फिर याद किया
मोदी ने कहा, आपातकाल राजनीतिक संकट नहीं था, लोकतंत्र और संविधान के साथ एक मानवीय संकट भी था। इमरजेंसी के दौरान संविधान पर जो बुलडोजर चलाया गया, तब उसी दल के नेता रहे मल्लिकार्जुन खरगे आज सदन को गुमराह कर रहे हैं।
कांग्रेस को घेरा
मोदी ने कहा, चुनाव में हार का ठीकरा जिन पर फूटना था, उसे खरगे जी ने बचा लिया। कांग्रेस में जब-जब ऐसा मौका आता है, दलित व पिछड़े को मार झेलनी पड़ती है, परिवार बच जाता है। एससी, ओबीसी विरोधी मानसिकता के कारण ये पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पहली आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान करते रहे।
मणिपुर में हालात सामान्य हो रहे
मोदी ने कहा, मणिपुर में हिंसक घटनाएं लगातार कम हो रही हैं। स्कूल-कॉलेज दफ्तर और अन्य संस्थान खुल रहे हैं। जो भी तत्व मणिपुर की आग में घी डाल रहे हैं, एक समय आएगा जब मणिपुर उन्हें नकार देगा। मणिपुर की स्थिति सामान्य करने के लिए सरकार प्रयासरत है। मोदी ने कहा, जम्मू-कश्मीर में मतदान के आंकड़े पिछले चार दशक के रिकॉर्ड को तोड़ते हैं। यह भारत के संविधान और लोकतंत्र को स्वीकृति देते हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ाई अंतिम चरण में है।