कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को लखनऊ में राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने आरक्षण, संविधान, ईडी, सीबीआई पर बोलते हुए पीएम मोदी और बीजेपी को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 21वीं सदी के राजा हैं. उनको संविधान, कैबिनेट, संसद से कोई मतलब नहीं है. उनके पीछे जो दो-तीन फाइनेंसर हैं, उनके पास पूरी पावर है. अनपढ़ राजा भी काम चला लेता है, क्योंकि वो जनता की बात सुनता है. मगर ये कुछ नहीं सुनते. इनके सारे नेता कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म कर देंगे.
राहुल गांधी ने कहा, मेरा कहना है कि आप कभी आरक्षण को खत्म नहीं कर सकते हैं. ये (बीजेपी) संविधान, आरक्षण, सेना सब पर हमला बोल रहे हैं.सच्चाई क्या है… सच्चाई ये है कि मैं जनता की आवाज हूं. सवाल उठता है कि आगे क्या करना है. सबसे पहले जो हिंदुस्तान की सामाजिक सच्चाई है, उसको देश के सामने रखना है. किसी को चोट नहीं पहुंचानी है, किसी को धमकी नहीं देनी है.
‘जांच एजेंसी ने मुझसे 55 घंटे पूछताछ की’
कांग्रेस नेता ने कहा कि हर वर्ग की जनता को उनकी भागीदारी बतानी है. सीबीआई और ईडी ने मुझसे 55 घंटे पूछताछ की. उस पूछताछ में क्या हुआ… मैंने ईडी के अफसर से कहा कि आप सोच रहे हो कि आपने मुझे यहां बुलाया है. ये आपकी गलतफहमी है. मैं आया हूं. आप जानते हो कि मैं क्यों आया हूं. मैं देखना चाहता हूं कि देश के लोकतंत्र की हत्या कौन लोग कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान एक सेल को देखकर मैं सोच रहा था कि मेरे परदादा 12 साल ऐसी सेल में थे. मुझे कम से कम 10 साल ऐसी जगह होना चाहिए.
‘अडानी-अंबानी को याद कर रहे हैं कि बचाओ’
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को 90 फीसदी आबादी के बिना सुपर पावर कैसे बनाएंगे. क्या 10 परसेंट के दम पर बना लेंगे. सुपर पावर बनाना है तो 90 फीसदी लोगों को भागीदारी देनी होगी. संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को भरना, बिना पूछे अग्निवीर योजना लागू करना, ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करना… यही संविधान से छेड़छाड़ है. पीएम अब अडानी और अंबानी को याद कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मुझे बचाओ. मगर सच तो ये है कि वो भी नहीं बचा पाएंगे.
‘मैंने अपने पिता और दादी की लाश देखी है’
संबोधन के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, मैंने अपने पिता और दादी की लाश देखी है. कुछ लोग होते हैं जो सुबह उठते हैं, वीडियो बनाते हैं, उनको जाने दो. मगर, कुछ लोग होते हैं, उनको पता है कि उनको करना क्या है. मुझे पता है कि मुझे क्या करना है. मुझे भारत के लोगों को न्याय दिलाना है.
जातिगत भागीदारी पर पीएम को घेरा
राहुल ने कहा कि दो तरह के लोग होते हैं. पहले वो जो पूरी जिंदगी सत्ता के पीछे दौड़ते रहते हैं. मगर सच्चाई स्वीकार नहीं करते. उनको बस सत्ता दिखती है. दूसरी तरह के लोग सच्चाई को देखते हैं और स्वीकार करते हैं. अलग-अलग समाज से ये लोग आए. अंबेडकर जी, गांधी जी, परियार जैसे लोगों ने सच को स्वीकार किया.
सबसे बड़ी सच्चाई संविधान है. बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिनके बारे में लोग आज जानते तक नहीं. मगर ये सभी लोग संविधान के लिए लड़े. संस्थानों में जातिगत भागीदारी पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि 200 कंपनियों की लिस्ट देखिए… पता चल जाएगा कि उसमें कौन-कौन लोग हैं. यही हाल सरकार से लेकर हर जगह है. सच्चाई छुपा दी जाती है.
अग्रिवीर योजना से किसका नुकसान हुआ?
अग्रिवीर योजना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसमें किसका नुकसान हुआ है. इसमें एससी, एसटी, पिछड़े और गरीब सामान्य वर्ग का नुकसान हुआ है. मेरा कहना है कि जाति जनगणना करके ये पता लगाइए कि देश में किस वर्ग के कितने लोग हैं और उनकी भागीदारी कितनी है. इस पर जवाब मिलता है कि नहीं ये नहीं होना चाहिए.
‘पॉलिटिकल क्लियरिटी से बहुत कुछ बदल जाता है’
राहुल गांधी ने कहा कि पॉलिटिकल क्लियरिटी आने पर बहुत सारी चीजें साफ हो जाती हैं. दो साल पहले मैंने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी. इससे चीजों को देखने और लोगों की बातों को सुनने का नजरिया बदल गया. अब मैं खुद को सामने वाले की जगह रखकर देखता हूं. इस यात्रा से पहले मैं 30 साल राजनीति में रहा. मगर कभी मोहब्बत शब्द यूज नहीं किया. ये बहुत ताकतवर शब्द है. इस शब्द की ताकत से ही देश में कई लोगों ने सामाजिक लड़ाई लड़ी है. सम्मान, प्यार और ताकत से अपनी बात कहनी चाहिए.
मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे… लिखकर दे सकता हूं
उन्होंने कहा कि अब चुनाव हो रहा है. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे… ये बात लिखकर दे सकता हूं. उनकी रणनीति भाई को भाई से लड़ाना रही है. मगर इस बार ये काम नहीं कर रही है. अगर वो बेईमानी करेंगे तभी जीत सकेंगे. बीजेपी 180 से 200 के आगे नहीं जाएगी. हमारा घोषणा पत्र 90 फीसदी लोगों को लाभ पहुंचाने वाला है. संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भी आने वाले समय में अपनी राजनीति को बदलना होगा… ये सच है. कांग्रेस ने भी गलतियां की हैं. मैं कांग्रेस पार्टी नेता होते हुए ये कह रहा हूं.
मैं पीएम से ओपन डिबेट करने के लिए तैयार
कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन के बाद कुछ लोगों के सवालों के जवाब भी दिए. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज द्वारा पीएम के साथ ओपन डिबेट के लिए लिखी गई चिट्ठी से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं ये न्योता स्वीकार करता हूं. मगर, मैं पीएम को जानता हूं, वो डिबेट नहीं करेंगे. ‘कांग्रेस सरकार बनी तो पुरानी पेंशन बहाल होगी’ इस सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि हमने इसे घोषणा पत्र में नहीं रखा है. मगर इसको कंसीडर करेंगे. ‘जिन संस्थाओं का निजीकरण किया गया है क्या उनका राष्ट्रीयकरण होगा?’ इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि ये तो मुश्किल होगा. मगर रेलवे और अन्य कुछ संस्थाओं का निजीकरण (Privatization) स्वीकर नहीं करेंगे.