प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को असम के चराईदेव मोईदाम को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने पर प्रसन्नता और गर्व व्यक्त किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत के लिए अत्यंत खुशी और गर्व की बात है। पीएम मोदी ने कहा कि चराईदेव में मोईदाम गौरवशाली अहोम संस्कृति को प्रदर्शित करता है, जो पूर्वजों के प्रति अत्यंत श्रद्धा रखता है। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा कि सांस्कृतिक संपत्ति श्रेणी के तहत यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में जगह बनाई। यह असम के लिए एक बड़ी जीत है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ये भारत के लिए सौभाग्य का दिन है।
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची के बारे में यूनेस्को की एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए यह बहुत खुशी और गर्व की बात है! चराईदेव में मोईदाम गौरवशाली अहोम संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं, जिसमें पूर्वजों के प्रति अत्यधिक श्रद्धा होती है। मुझे उम्मीद है कि अधिक लोग महान अहोम शासन और संस्कृति के बारे में जानेंगे। मुझे खुशी है कि मोईदाम विश्व विरासत सूची में शामिल हो गए हैं।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने चराईदेव मोईदाम को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया।
उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, “प्रधानमंत्री जी, चराईदेव मोईदाम को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध करने के हमारे प्रयास में आपके दृढ़ मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद। यह, अन्य प्रयासों के साथ, गौरवशाली अहोम युग में जान फूंक देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि आने वाली पीढ़ियां असम की समृद्ध विरासत से अवगत हों।” हेमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर कहा कि सांस्कृतिक संपत्ति श्रेणी के तहत यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में जगह बनाई। यह असम के लिए एक बड़ी जीत है।
वहीं दूसरी ओर चराईदेव मोइदम्स को यूनेस्को (UNESCO) वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल किए जाने पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मीडिया से कहा कि मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को असम और पूर्वोत्तर की जनता की ओर से धन्यवाद देना चाहता हूं। ये बात फिर से साबित हुई कि पीएम मोदी असम और पूर्वोत्तर के लिए निष्ठापूर्वक सेवा करते आए हैं। आज चराईदेव मोइदम्स को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में पहचान दी गई है। इसके जरिए असम की जनता को विश्व भर में बड़ा सम्मान मिला है।” सर्बानंद सोनोवाल ने असम सरकार को भी धन्यवाद दिया।
देश के केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ये भारत के लिए सौभाग्य का दिन है। तीन साल पहले असम के अहोम राजाओं के बरियल मोइदम को नामांकन के लिए भेजा गया था जिसके बाद इसे लिस्ट में शामिल करने की घोषणा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि इससे नार्थ ईस्ट में पर्यटन का बढ़ावा मिलेगा।