जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की पदयात्रा आज बेगूसराय के बखरी पहुंचा, जहां हजारों की संख्या में लोगों ने प्रशांत किशोर का स्वागत किया । गाजे-बाजे के साथ प्रशांत किशोर का काफिला सार्वजनिक दुर्गा स्थान से पुरानी बैंक चौक, अंबेडकर चौक, मक्का चौक, विश्वकर्मा चौक तक 8 किलोमीटर तक पदयात्रा की।
इस अवसर पर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप वोट बेचिएगा तो शिक्षा और रोजगार कहां से मिलेगा। प्रशांत किशोर ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि बिहार में बड़ी चोरी हो रही है। 4 किलो अनाज मिल रहा है कि नहीं मिल रहा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आपने हमने वोट दिया राम मंदिर बनाने के लिए तो आपके गांव में स्कूल अस्पताल कैसे बनेगा। नाली-गली नहीं बना लेकिन अयोध्या में बड़ा राम मंदिर बन रहा है कि नहीं बन रहा है, आपने हमने वोट दिया नीतीश कुमार को बिहार में बिजली की दशा सुधारने के लिए तो नीतीश बाबू के राज में बदहाल बिहार में बिजली का बिल 2000 या 4000 हो लेकिन बिजली आया है कि नहीं आया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आपने हमने वोट दिया सिलेंडर के लालच में मोदी जी को तो सिलेंडर का दाम 1000 हो या 1200 हो लेकिन मिल रहा है कि नहीं मिल रहा है। आपने हमने वोट दिया नरेंद्र मोदी के नाम पर अपने जात के नेता को तो बिहार में आपके बच्चे की पढ़ाई का, रोजगार का कोई बात क्यों करेगा। जात की बात पर वोट दिया तो बिहार में जाति की गिनती हुई है कि नहीं हुई है।
आपने और हमने वोट मोदी जी का चेहरा देखकर दिया है तो सांसद और विधायक को नहीं दिए हैं। मोदी जी को दिए हैं तो मोदी जी का सुबह-शाम टीवी पर अखबार में चमकता चेहरा रोज दिख रहा है। लोग कहते हैं गुजरात में बहुत विकास हो रहा है तो मोदी जी गुजरात में विकास कर रहे हैं। वहां फैक्ट्री चल रही है, पूरे बिहार से बच्चा गुजरात जा रहा है, मजदूरी कर रहा है कि नहीं कर रहा है तो आप कौन बात पर वोट दिए कि आपको नहीं दिया है।
आप अपने बच्चों के नाम पर पढ़ाई-रोजगार के नाम पर जीवन में वोट नहीं दिया है। 16 महीनों से अपना घर परिवार छोड़कर गांव में गांव जाकर हम यही बता रहे हैं कि अगर आप बोइएगा बबूल तो आम कहां से खाइएगा, वोट दीजिएगा 5 किलो अनाज पर तो रोजगार कहां से मिलेगा…वोट दीजिएगा जाति के नाम पर तो बच्चों के लिए पढ़ाई कहां से होगी…. वोट दीजिएगा मंदिर बनाने के लिए तो फैक्ट्री कहां से बनेगी, यही बताने के लिए हम आए हैं। आप अपने बच्चों की चिंता नहीं करिएगा तो दुनिया में कोई भी आपके बच्चे के लिए चिंता क्यों करेगा?