फोनपे ने शुक्रवार को अपने प्लेटफॉर्म पर प्री-अप्रूव्ड टर्म लाइफ इंश्योरेंस फीचर शुरू करने की घोषणा की।
इस फीचर का उद्देश्य पॉलिसी खरीदते समय आय के प्रमाण की आवश्यकता को समाप्त कर लाखों भारतीयों के लिए बीमा कवरेज को अधिक सुलभ और किफायती बनाना है।
इस लॉन्च के साथ फोनपे भारत में वित्तीय समावेशन के एक नए युग की शुरुआत कर रहा है, जिसमें बीमा उत्पादों को समावेशी बनाया गया है, साथ ही व्यापक आय सत्यापन की आवश्यकता के बिना जीवन बीमा कवरेज तक त्वरित और सुविधाजनक पहुंच का अतिरिक्त लाभ भी दिया गया है।
कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर इस सुविधा को सक्षम करने के लिए प्रमुख बीमा कंपनियों के साथ भागीदारी की है। यह भागीदारी बीमा प्रदाताओं को अब अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ 30 मिलियन से अधिक व्यक्तियों की सहायता करती है, जो पहले आय प्रमाण की कमी के कारण टर्म बीमा का लाभ नहीं उठा पाते थे।
लाखों फोनपे उपयोगकर्ता जिनमें व्यापारी, गिग वर्कर और कई अन्य उपयोगकर्ता समूह शामिल हैं, जिनके पास वेतन या आय का औपचारिक प्रमाण नहीं है, वे अब फोनपे प्लेटफॉर्म पर टर्म इंश्योरेंस उत्पादों का लाभ उठा सकते हैं। वास्तव में कंपनी इस ऑफर को बहुत अधिक बढ़ाने और इस वर्ष के अंत तक इसे 50 मिलियन उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाने के लिए अपनी पहुंच का विस्तार करने पर काम कर रही है।
फोनपे इंश्योरेंस ब्रोकिंग सर्विसेज के सीईओ विशाल गुप्ता ने कहा, ”हम अपने प्लेटफॉर्म पर प्री-अप्रूव्ड सम एश्योर्ड सुविधा के लॉन्च की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं। इस लॉन्च का उद्देश्य विभिन्न सामाजिक-आर्थिक स्तरों के भारतीयों के लिए उत्पादों को अधिक सुलभ और किफायती बनाकर पहले से वंचित ग्राहकों को टर्म लाइफ इंश्योरेंस के दायरे में लाना है।”
गुप्ता ने कहा, ”उद्योग जगत के लीडर्स के साथ भागीदारी कर और उनके साथ सहयोग कर हम उपयोगकर्ता अनुभव को सरल बनाने और ऐसे कस्टम मेड ऑफर देने में सक्षम हैं जो उद्योग जगत में अग्रणी हैं और साथ ही समावेशी तरीके से समाधान प्रदान करते हैं। हमारा मिशन बीमा खरीदने की प्रक्रिया को सभी के लिए सरल, आसान और किफायती बनाकर देश में बीमा अपनाने को बढ़ावा देना है।”
फोनपे अपने बीमा भागीदारों के अंडरराइटिंग सिद्धांतों के आधार पर एक उपयोगकर्ता आधार की पहचान करता है जिसके लिए प्री-अप्रूव्ड टर्म इंश्योरेंस प्रक्रिया सक्षम की जा सकती है। कंपनी ने नियामकों द्वारा निर्धारित अंडरराइटिंग सिद्धांतों का अनुपालन करते हुए उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाने के लिए बीमा प्रदाताओं के साथ मिलकर इस ओर काम कर रही है।