छपरा। छपरा की युवा वैज्ञानिक डॉ रचना विधि अमेरिकी विश्वविद्यालय के हॉल ऑफ फेम में शामिल होंगी। दुनिया भर के 24 वैज्ञानिकों के साथ इस वर्ष के लिए डॉ रचना का चयन किया गया है। डॉ रचना यह उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की वैज्ञानिक हैं।उनकी उम्र महज 35 साल है। इतनी कम उम्र में भी विभिन्न आविष्कारों से संबंधित उनके नौ यूएस पेटेंट हैं। उनकी उपलब्धि पर शहर के गुदरी बाजार स्थित उनके घर में खुशी का माहौल है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा में 25 अक्टूबर को होने वाले समारोह में सभी 24 वैज्ञानिकों को यह सम्मान हासिल होगा। उपलब्धियों के साथ उनकी तस्वीर फ्लोरिडा के टेम्पा में स्थित यूएसएफ रिसर्च पार्क में लगायी जायेगी। डॉ रचना विधि को यह सम्मान रिन्यूबल इनर्जी अर्थात अक्षय ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय व जलविद्युत शक्ति के नवीनीकरण व विकास स्थायित्व व बैटरी टेक्नोलॉजी व स्टोरेज के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।
डॉ रचना को भेजे गये पत्र में नेशनल एकेडमी ऑफ इनवेंटर्स के अध्यक्ष पॉल आर सैनबर्ग व फ्लोरिडा इनवेंटर्स हॉल ऑफ फेम के प्रोग्राम मैनेजर जेमी स्पूरियर ने कहा है कि ऊर्जा के क्षेत्र में डॉ रचना का योगदान उल्लेखनीय है। बैटरी स्टोरेज सिस्टम व एडवांस्ड सस्टेनिबिलिटी के अलावा लिथियमन बैटरी को लंबे समय तक चलने लायक बनाने में वैज्ञानिक डॉ रचना के कार्य उल्लेखनीय रहे हैं।