संसद के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है। इस दौरान सदन में अयोध्या के राम मंदिर पर चर्चा होगी। पीएम मोदी भी राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में बोल सकते हैं।
संसद के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है. आज संसद में अयोध्या के राम मंदिर पर चर्चा होगी. पीएम मोदी राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल सकते हैं. लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, बीजेपी नेता सत्यपाल सिंह अयोध्या के राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर चर्चा की शुरुआत करेंगे. उधर शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने विचार रखेंगे।
इसके अलावा एनडीए के सांसद भी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद जता सकते हैं. बता दें कि संसद के आखिरी सत्र में सत्ताधारी बीजेपी राम मंदिर के मुद्दे को लेकर होने वाली चर्चा के माध्यम से हिंदुत्व के मुद्दे के साथ राजनीतिक संदेश देने की कोशिश करेगी. सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी शाम पांच बजे सदन में अपनी बात रखेंगे. बजट सत्र के आखिरी दिन सदन में बीजेपी के सभी सांसदों को उपस्थित रहने के लिए बीजेपी ने व्हिप जारी किया है।
31 जनवरी को हुई थी बजट सत्र की शुरुआत
बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ सत्र की शुरुआत हुई थी. इस सत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया. जो मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट था. आज यानी 10 फरवरी को बजट सत्र का आखिरी दिन है. सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्र खत्म होने से ठीक पहले लोकसभा को संबोधित कर सकते हैं।
‘रामराज की स्थापना के लिए काम कर रहे पीएम मोदी’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने इस सप्ताह के शुरू में ही देश का नाम बदलकर भारत करने की मांग की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ‘राम राज्य की स्थापना’ की दिशा में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि, जब तक राम राज्य स्थापित नहीं हो जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे. सिंह ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी ने राम राज्य स्थापित करने की बात कही थी।
22 जनवरी को हुई थी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
पीएम मोदी भी महात्मा गांधी, महर्षि दयानंद और दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शों का पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश में रामराज स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं. गौरतलब है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 25 जनवरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पहली बार बैठक की थी, जिसमें पीएम मोदी को राम मंदिर समारोह के लिए बधाई देते हुए एक प्रस्ताव पास किया गया. 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ. उसके बाद 23 जनवरी को रामलला के द्वार राम भक्तों के लिए खोल दिए गए।
मुख्य तथ्य
- संसद के बजट सत्र का आज आखिरी दिन
- पीएम मोदी कर सकते हैं लोकसभा को संबोधित
- राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पर होगी सदन में चर्चा