हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से बसों में भरकर जंतर-मंतर पहुंचे जूनियर पहलवानों ने इस स्थित के लिए सीनियर पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दोषी ठहराया।
भारतीय कुश्ती संघ को लेकर जारी विवाद में नया ट्विस्ट आ गया है. जूनियर सैंकड़ों जूनियर पहलवानों को अपने करियर की चिंता सताने लगी है. यही वजह है कि करियर का एक साल खराब होने पर सैकड़ों जूनियर पहलवानों ने दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से बसों में भरकर जंतर-मंतर पहुंचे जूनियर पहलवानों ने इस स्थित के लिए सीनियर पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दोषी ठहराया है. यहां बड़ी बात यह है कि जूनियर पहलवानों के जंतर मंतर पहुंचने की दिल्ली पुलिस को भनक तक नहीं लगी है।
दिल्ली-एनसीआर के कौने-कौने से प्रदर्शन करने पहुंचे पहलवान
जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने वालों में 300 पहलवान बागपत स्थित छपरौली के आर्य समाज अखाड़े से आए हैं. जबकि सैकड़ों से ज्यादा पहलवान नरेला में वीरेंद्र कुश्ती एकेडमी से पहुंचे हैं. दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग अखाड़ों से धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे जूनियर पहलवानों ने बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यहां तक कि पुलिसकर्मियों को आक्रोशित जूनियर पहलवानों को कंट्रोल करने के लिए काफी जूझना पड़ा. यहां गौर करने वाली बात यह कि इस प्रदर्शन के बीच एड-हॉक कमेटी ने काम करना शुरू कर दिया है।
एड-हॉक कमेटी ने काम करना शुरू कर दिया
इस कमेटी की ओर से कहा गया कि 6 हफ्ते के भीतर लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान, ग्वालियर में अंडर-15 और अंडर-20 श्रेणियों के लिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की योजना बनाई जा रही है. आपको बता दें कि देश में पिछले कुछ समय से भारतीय कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच विवाद छिड़ा है. पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शोषण के आरोप लगाए थे।