बाढ़ को लेकर दरभंगा में अलर्ट, माइकिंग से लोगों को किया गया आगाह, बांधों पर लगातार बरती जा रही चौकसी, इलाके में दहशत

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नेपाल के तराई क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। कोसी बराज से 6,81,000 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद दरभंगा जिला प्रशासन लगातार अलर्ट जारी कर रहा है। तटबंध पर निगरानी बरती जा रही है और माइकिंग के माध्यम से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।

बाढ़ को लेकर दरभंगा में अलर्ट

वहीं, जिलाधिकारी ने बाढ़ के मद्देनजर सभी अधिकारी को सजग रहने का आदेश दिया हैं। उन्होंने कहा कि नदियों तथा बांधों पर निगरानी रखी जा रही है। अभी सभी स्थलों पर स्थिति सामान्य है। वहीं, जिलाधिकारी राजीव रौशन ने कहा कि नेपाल के जल अधिकरण क्षेत्र में 24 से 48 घंटे में काफी बारिश हुई है, जिसको लेकर हम लोग अलर्ट हैं। नदी के वाटर लेवल पर नजर बनाए हुए हैं।

माइकिंग से लोगों को किया गया आगाह

बिरौल अनुमंडल अंतर्गत पड़ने वाले किरतपुर, घनश्यामपुर, गौराबौराम और कुशेश्वरस्थान पूर्वी के अधिकारी सहित जल संसाधन विभाग के अधिकारी को जल स्तर पर लगातार नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ के पानी की जैसी भी स्थिति होगी, हम लोग एक्शन लेंगे।

इलाके में दहशत

वहीं, राजीव रौशन ने कहा कि बाढ़ के संबंध में सभी अधिकारी सजग हैं। लगातार नदियों के जलस्तर पर निगरानी रखी जा रही है। बांधों पर लगातार चौकसी की जा रही है, जहां लोगों को विस्थापित करने की आवश्यकता होगी। हम लोग विस्थापित करेंगे लेकिन वर्तमान में वैसी स्थिति नहीं है। अभी तक खेतों में पानी आने की बातें सामने आयी है, जहां तक फसल क्षति की बात है। हम लोग इसका सर्वे करवा ले लेंगे। अगर क्षति की बात सामने आती है तो किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।

बताते चलें कि 56 वर्ष बाद कोसी अपना रिकॉर्ड दोहराने जा रही है। 1968 के अक्टूबर महीने में कोसी बराज का डिस्चार्ज 7,88,000 क्यूसेक तक पहुंच गया था। दशकों बाद इतनी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण पूरे इलाके के लोग काफी भयभीत हैं।

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