दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार इलाके में पति से विवाद के बाद महिला ने फरीदाबाद से भाई को बुला लिया। भाई दोस्तों के साथ आया और जीजा राकेश और उसके भाई की जमकर पिटाई कर दी।
पुलिस ने दोनों भाइयों को अस्पताल में भर्ती कराया। रविवार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में राकेश की मौत हो गई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि राकेश संगम विहार के एच-17 में रहता था और कपड़ों पर प्रेस करने की दुकान चलाता था। उसके परिजनों ने बताया कि उसकी शादी फरीदाबाद की रहने वाली ज्योति से 2004 में हुई थी। दोनों का 13 वर्षीय बेटा भी है। शादी के बाद से ही दोनों के बीच झगड़ा होता था। 31 दिसंबर की रात दोनों में खाना बनाने को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद ज्योति ने अपने भाई को फोन कर बुला लिया।
ज्योति का भाई अपने दोस्तों के साथ संगम विहार आया और राकेश के साथ झगड़ा करने लगा। विवाद बढ़ने पर आरोपियों ने राकेश की पिटाई शुरू कर दी। उसे घसीटते हुए घर के बाहर सड़क पर ले आए और बेसुध होने तक पीटते रहे। बचाने आए भाई मुकेश पर भी हमला कर दिया। आरोपी दोबारा झगड़ा करने पर जान से मारने की धमकी देकर चले गए। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर आई और दोनों को अस्पताल पहुंचाया। बाद में पुलिस ने हमले में घायल मुकेश के बयान पर मामले में केस दर्ज कर लिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा घटना का वीडियो
घटना का वीडियो रविवार को राकेश की मौत के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 55 सेकेंड के वीडियो में कई लोग उसकी पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उसका भाई मुकेश उसे बचाते हुए दिख रहा है। वीडियो के अनुसार आरोपी सीढ़ियों से राकेश को घसीटते हुए लाते हैं और जमकर पीटते हैं। पिटाई के बाद वह बेसुध हो जाता है। बावजूद इसके आरोपी उसे पीटना बंद नहीं करते।
बचाने आए भाई से भी मारपीट
आरोपी जब राकेश को पीट रहे थे तो उसके भाई मुकेश ने आरोपियों का विरोध किया। मुकेश ने आरोपियों से घर में बैठकर बात करने के लिए कहा। इस पर आरोपी भड़क गए और मुकेश की भी पिटाई कर दी। दोबारा बीच में आने पर जान से मारने की धमकी दी।
थाने के बाहर लोगों का प्रदर्शन
राकेश की मौत के बाद गुस्साए लोग सोमवार शाम को संगम विहार थाने के बाहर जमा हो गए। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों का आरोप था कि पुलिस ने मामले में शुरू से ही लापरवाही बरती है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी आजाद घूम रहे हैं। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद आरोपियों को पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया।