मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अनंत सिंह की पैरोल खत्म हो गई. 15 दिनों के पैरोल खत्म होते ही 19 मई की देर रात वे फिर से बेउर जेल चले गए. अनंत सिंह 5 मई को जेल से बाहर आये थे. उसके बाद से वे लगातार चर्चा में बने हुए थे. हर दिन मोकामा-बाढ़ इलाके में वे आम लोगों से मिल रहे थे जिसमें हजारों लोगों की भीड़ उन्हें देखने और स्वागत में जुट रही थी. पैरोल की अवधि खत्म होने पर अनंत सिंह ने अपने अंदाज में समर्थकों का आभार जताया है. साथ ही जल्द ही फिर से वापस लौटने की बात भी कही है।
अनंत सिंह के सोशल मिडिया पेज पर लिखा गया- ‘मेरा पानी उतरता देख मेरे किनारे पे घर मत बना लेना, मैं समंदर हूँ पलट कर जरूर आऊंगा।। मोकामा विधानसभा क्षेत्र समेत देश के कोने कोने से मिलने आएं तमाम जनता मालिक, समर्थकों का आभार। इस प्यार एवं स्नेह का आजीवन ऋणी रहूँगा।। आपका सेवक अनंत सिंह’. मूंछों पर ताव देते अनंत सिंह की तस्वीर वाली एक अन्य पोस्ट में रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियां उद्धरित की है. ‘सौभाग्य न सब दिन सोता है, देखें, आगे क्या होता है ।। आप समस्त जनता मालिक, समर्थकों से वादा है बहुत जल्द लौटेंगे।
दरअसल, अनंत सिंह की पिछले करीब 5 वर्ष से जेल में बंद हैं. उनके घर से हथियार मिलने के बाद कोर्ट ने उन्हें 10 साल की सजा सुनाई थी. इस बीच पारिवरिक संपत्ति का बंटवारा करने को लेकर अनंत सिंह को 15 दिनों की पैरोल मिली जिसके बाद वे 5 मई को जेल इसे बाहर आये थे. इस दौरान मुंगेर संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव भी 13 मई को हुआ. मुंगेर में मोकामा और बाढ़ विधानसभा क्षेत्र भी आते हैं. यहाँ अनंत सिंह का खास प्रभाव माना जाता है. वर्ष 2005 से पांच बार मोकामा से विधायक रहे अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने 2022 के विधानसभा उपचुनाव में मोकामा से जीत हासिल की थी. ऐसे में चुनाव में दौरान अनंत सिंह के जेल से बाहर आने पर इसका बड़ा सियासी असर भी पड़ना तय माना गया।