जो बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस से हटने के बाद अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने इस पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का नामांकन प्राप्त करने का अपना अभियान तेज कर दिया है। हैरिस ने पार्टी के सांसदों, नेताओं, अधिकारियों और बाहरी समर्थन समूहों से संपर्क स्थापित करना शुरू कर दिया है।
हैरिस ने कुछ ही समय में कुछ महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त कर लिए हैं, जिनमें पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, सीनेटर क्रिस कून और एमी क्लोबूचर और पेंसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो, नार्थ कैरोलाइना के रॉय कूपर और कैलिफोर्निया के गेविन न्यूजॉम शामिल हैं।
हैरिस को अमेरिकी कांग्रेस में अश्वेत और हिस्पैनिक कॉकस का भी समर्थन मिल गया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए धन जुटाने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म एक्टब्लू ने हैरिस के राष्ट्रपति अभियान के पहले पांच घंटों में 27.5 मिलियन डॉलर जुटाने की बात कही। बाइडेन की उम्मीदवारी पर असमंजस को लेकर डोनेशन रोक दिए गए थे। अब जब बाइडेन रेस से बाहर हो गए हैं तो दूसरे उम्मीदवार के लिए रास्ता साफ हो गया है।
बाइडेन के रेस से बाहर होने के बाद हैरिस ने अपनी पहली टिप्पणी में कहा, “मेरा इरादा इस नामांकन को हासिल करना और जीतना है” और केवल उपराष्ट्रपति के आधार पर इसका दावा नहीं करना है। उन्होंने एक टीम बनाने की तैयारी कर ली है।
डेमोक्रेट्स 9 अगस्त को शिकागो, इलिनोइस में पार्टी सम्मेलन में आधिकारिक रूप से अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा करने वाले हैं। यह प्रक्रिया आमतौर पर डेमोक्रेटिक प्राइमरी के विजेता को नामांकित करने की औपचारिकता होती है। बाइडेन ने पार्टी प्राइमरी में भाग लेने वाले 14 मिलियन डेमोक्रेट्स का समर्थन हासिल करते हुए करीब 3,000 प्रतिनिधियों को जीता था।
अगर हैरिस को चुनौती देने वाले सामने आते हैं तो दौड़ खुल जाएगी, ऐसी स्थिति में उम्मीदवार का निर्धारण दावेदारों के बीच एक मुकाबले के बाद होगा।
अब तक सीनेटर जो मैनचिन ने स्वतंत्र उम्मीदवार बनने का फैसला किया है। डेमोक्रेट्स के पास पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रोकने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, यही कारण है कि पार्टी ने राष्ट्रपति बाइडेन पर प्राइमरी जीतने के बाद भी दौड़ से हटने के लिए दबाव डाला।
हैरिस के पास नामांकन हासिल करने के लिए दो सप्ताह हैं।
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को घोषणा की कि वह राष्ट्रपति पद का आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे। बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ से हटने का एलान करते हुए कहा कि ‘‘यह मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है।” बाइडेन 81 साल के हो गए हैं। उनका यह निर्णय अमेरिका में पांच नवंबर को होने वाले मतदान से चार महीने पहले आया है। उन्होंने अपनी जगह भारतीय मूल की कमला हैरिस को समर्थन दिया है।
कमला हैरिस वर्तमान में अमेरिका की पहली भारतवंशी अश्वेत उपराष्ट्रपति हैं। उन्हें फीमेल ओबामा भी कहा जाता है।
हैरिस 59 साल की हैं। वह सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला, पहली भारतवंशी और पहली अश्वेत अमेरिकी हैं। राष्ट्रपति चुनाव 2020 के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार रहे जो बाइडेन ने अगस्त में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के रूप में हैरिस को चुना था।
20 अक्टूबर 1964 को जन्मी कमला देवी हैरिस की मां श्यामला गोपालन 1960 में भारत के तमिलनाडु से बर्कले पहुंची थीं, जबकि उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस 1961 में ब्रिटिश जमैका से इकोनॉमिक्स में स्नातक की पढ़ाई करने बर्कले आए थे। यहीं अध्ययन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और मानव अधिकार आंदोलनों में भाग लेने के दौरान उन्होंने विवाह करने का फैसला कर लिया।