कटिहार : कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार में नदियों के जलस्तर में वृद्धि सोमवार को भी जारी रही। कटिहार में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया। वहीं कारी कोसी और बरंडी नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी रही। सुपौल में कोसी नदी में फिर से पानी बढ़ने लगा है।कटिहार में पिछले 18 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर, कोसी नदी के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर, कारी कोसी नदी के जलस्तर में आठ सेंटीमीटर और बरंडी नदी के जलस्तर में करीब 10 सेंटीमीटर की वृद्धि की हुई है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया है। सभी अभियंता को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि महानंदा नदी के जलस्तर में धीमी गति से गिरावट जारी है। हालांकि नदी का पानी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। वहीं सुपौल में कोसी नदी में सोमवार को दिन के 12 बजे के बाद से पानी पुन बढ़ने लगा। नेपाल के तराई क्षेत्र में बारिश से जलस्तर में एक बार पुन वृद्धि होने लगी है। कोसी नदी का जलस्तर कोसी बराज पर सोमवार को शाम 4 बजे एक लाख 67 हजार 695 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया। जल संसाधन विभाग वीरपुर के मुख्य अभियंता ई वरुण कुमार ने बताया कि कोसी बराज के 56 फाटक में से 24 फाटक खोलकर पानी का बहाव किया जा रहा है।
सहरसा में कोसी नदी के जलस्तर में कमी के कारण कटाव का खतरा बढ़ गया है। महिषी के कोठिया, सलखुआ के शिशवा गांव में कटाव जारी रहने से ग्रामीणों में दहशत है। खगड़िया जिले में कोसी व बागमती नदी के जलस्तर में सोमवार को कमी दर्ज की गई जिससे लोगों में राहत देखी गई। बलतारा में कोसी के जलस्तर में 91 सेमी की कमी आई। वहीं बागमती नदी में संतोष स्लुईस गेट के पास पिछले 24 घंटे में एक मीटर 59 सेंटीमीटर की कमी आई। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता कृपाल चौधरी ने बताया कि सभी नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे हैं। वहीं तटबंध सुरक्षित हैं।