पटना। बिहार की 40 सीटों में से इस बार 13 ऐसे चेहरे हैं जो पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इसमें एनडीए से सात तो इंडिया गठबंधन से छह हैं। दोनों गठबंधन ने 34 नए चेहरे चुनावी मैदान में उतारे थे। इसके अलावा चार ऐसे भी हैं जो पहले लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन ये लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए हैं। पहली बार लोकसभा जाने वालों में राज्य के वरिष्ठ राजनेता, प्रमुख दलित चेहरा और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी हैं। जबकि राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर और मीसा भारती भी पहली बार लोकसभा के लिए चुन ली गईं हैं।
एनडीए में भाजपा ने तीन नए चेहरे को मौका दिया था। इसमें से नवादा से विवेक ठाकुर को जीत हासिल हुई। जदयू से चुनावी मैदान में उतरे तीन उम्मीदवारों में सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर और सीवान से विजयालक्ष्मी देवी सांसद बन गईं। लोजपा (आर) ने तीन नए चेहरे को मौका दिया था। इसमें से तीनों समस्तीपुर से शांभवी चौधरी, जमुई से अरुण भारती और खगड़िया से राजेश वर्मा को जीत हासिल हुई। राजद ने इस बार 14 नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा था। इसमें से बक्सर से सुधाकर सिंह, औरंगाबाद से अभय कुशवाहा को जीत हासिल हुई। इसके अलावा मीसा भारती दो बार चुनाव लड़ चुकी हैं लेकिन वे पहली बार लोकसभा के लिए चुनी गई हैं। भाकपा माले ने चार नए चेहरे चुनावी मैदान में उतारे थे जिसमें से आरा से सुदामा प्रसाद और काराकाट से राजाराम को जीत हासिल हुई। कांग्रेस के टिकट पर पांच मैदान उतरे थे। केवल सासाराम से मनोज कुमार को जीत हासिल हुई। माकपा ने एक, वीआईपी ने तीन उम्मीदवारों को मौका दिया था। लेकिन इन सबको हार का सामना करना पड़ा।
छह हैट्रिक लगाने में रहे कामयाब
छह सांसदों ने लगातार तीन चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई है। इसमें उजियारपुर से नित्यानंद राय, पश्चिम चम्पारण से डॉ. संजय जायसवाल, अररिया से प्रदीप सिंह, महाराजगंज से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, बेगूसराय से गिरिराज सिंह और हाजीपुर से चिराग पासवान हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। तीन से अधिक बार सांसद बनने वालों में राधामोहन सिंह, जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, तारिक अनवर, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, कौशलेन्द्र कुमार, दिनेश चंद्र यादव व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी शामिल हैं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सहित कई दिग्गज हारे
चुनाव परिणाम में राज्य के कई दिग्गज राजनीतिज्ञों को हार का सामना करना पड़ा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह भाकपा माले के सुदामा प्रसाद से चुनाव हार गए। पाटलिपुत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव को भी लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती से हार का सामना करना पड़ा। काराकाट में रालोमो सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा भाकपा माले के राजाराम से चुनाव हार गए। पूर्व मंत्री दुलाल चंद्र गोस्वामी कटिहार में कांग्रेस के तारिक अनवर से हार गए। सासाराम में पूर्व मंत्री मुनीलाल के बेटे शिवेश कुमार चुनाव हार गए। चार बार के सांसद रहे सुशील कुमार सिंह औरंगाबाद में राजद के अभय कुशवाहा से हार गए। मौजूदा सांसदों में जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, पूर्णिया से संतोष कुमार को भी हार का सामना करना पड़ा। अली अशरफ फातमी और जयप्रकाश यादव भी चुनाव हार गये। राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बीमा भारती, आलोक मेहता, कुमार सर्वजीत, ललित यादव, अवध विहारी चौधरी को भी हार मिली।