- बिहार की दुर्दशा का सबसे बड़ा कारण इस प्रदेश में 40 MP का होना है
- केंद्र में बैठे नेता 40 सांसद पाने के लिए किसी भी हद के पार जा सकते हैं
- ठीक वैसे ही जैसे अमित शाह ने दरवाजे की कुंडी खुली रखी थी ताकि नीतीश कुमार को आने में दिक्कत न हो
पटना: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज करते हुए कहा कि नीतीश जी पलटूराम हैं ये तो बिहार का पूरा बच्चा-बच्चा जानता है, मगर ठीक उतना ही बड़ा पलटीमार भाजपा वाले भी हैं। बिहार में आज से कुछ महीने पहले अमित शाह लौरिया में एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए चिल्लाकर कहा था कि बिहार का एक-एक आदमी कान खोल कर सुन लें नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। बेतिया के किसी पत्रकार ने ये सवाल पूछा नहीं था, खुद ही खड़ा होकर चिल्ला रहे थे। बोल रहे थे नीतीश के लिए सारे दरवाजे बंद हैं। लेकिन मौजूदा समय में मजाक क्या हो रहा है? मजाक यह हो रहा है कि अमित शाह ने दरवाजा तो ठीक बंद किया पर कुंडी लगाना भूल गए, फिर पलट कर नीतीश कुमार के साथ चले गए। बिहार की आज ये दुर्दशा क्यों है वो इसलिए है क्योंकि 40 सांसदों का लालच केंद्र के नेताओं को है। बिहार की दुर्गति का कारण आज 40 सांसद बन गया है। 40 सांसदों के लालच में आज देश में कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की हो ये किसी भी हद के पार जाने को तैयार हैं।