बिहार के हर जिले में होगी ड्रोन पुलिस यूनिट की स्थापना

20240102 172623

बिहार में अपराध की जड़ पर चोट के लिए मिशन सुरक्षा के तहत हर जिले में अब ड्रोन पुलिस यूनिट की स्थापना होगी। सभी जिलों में आवश्यकता के अनुसार ड्रोन की खरीद की जाएगी। इसका प्रयोग अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के क्रम में अभियान (ऑपरेशन) के संचालन, रेकी व सर्विलांस के लिए किया जाएगा।

अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त पुलिस ड्रोन यूनिट के माध्यम से पुलिस अभियान का सफल संचालन, नियंत्रण एवं निगरानी की जाएगी। इससे दियारा एवं पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले अवैध कारोबार जैसे शराब निर्माण, अवैध आग्नेयास्त्रत्त् के निर्माण, अफीम की खेती आदि पर नजर रखी जाएगी। ड्रोन का इस्तेमाल यातायात नियंत्रण एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने में भी होगा।

अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि तमिलनाडु, उत्तराखंड एवं भारतीय वायु सेवा द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल का अध्ययन किया गया है। ड्रोन के इस्तेमाल के लिए सूबे के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और ड्रोन पायलट लाइसेंस भी प्राप्त किया जाएगा।

 

हाल ही में पुलिस मुख्यालय ने जन सहयोग से अपराधियों पर कार्रवाई के लिए हेल्पलाइन नंबर 14432 जारी किया है। जन सहयोग से अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए पूर्व से घोषित पुरस्कार नीति में संशोधन किया गया है। बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा दी जाने वाली 50 हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर 3 लाख कर दी गई है।

 

एक लाख रुपये तक का पुरस्कार अपर पुलिस महानिदेशक अभियान, 50 हजार रुपये तक क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस उप महानिरीक्षक और 25 हजार रुपये तक पुरस्कार की राशि पुलिस अधीक्षक घोषित कर सकते हैं। यह इनाम की राशि अब सभी प्रकार के अपराधियों के लिए घोषित की जा सकती है। गुमशुदा व्यक्तियों की बरामदगी के लिए भी पुरस्कार राशि दी जाएगी। राज्य एवं जिला स्तर पर सत्यापित अपराधियों की सूची को मीडिया में प्रसारित किया जाएगा।

ऐसे होगी अपराध की जड़ पर चोट राज्य में बेहतर तकनीक, ट्रेनिंग एवं ट्रैकिंग के माध्यम से अपराध की जड़ पर चोट की जाएगी। इसके लिए बोधगया को एसटीएफ प्रशिक्षण संस्थान को प्रशिक्षण का नोडल बनाया गया है।

250 ग्राम से 1.50 क्विंटल तक के ड्रोन का इस्तेमाल

पुलिस मुख्यालय के अनुसार, राज्य में 250 ग्राम से लेकर 1.50 क्विंटल तक के ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें नैनो ड्रोन (250 ग्राम), माइक्रो ड्रोन (250 ग्राम से अधिक 2 किलोग्रम तक), स्मॉल ड्रोन (2 किलोग्राम से अधिक 25 किलोग्राम तक), मीडियम ड्रोन (25 किलोग्राम से 150 किलोग्राम तक) तथा लार्ज ड्रोन (150 किलोग्राम से अधिक) का इस्तेमाल किया जाएगा ।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.