राज्य में 200 नए बालू घाटों की ई-नीलामी जल्द होगी। इसके बाद इनसे खनन शुरू होगा। इन बालू घाटों को क्षेत्रफल के आधार पर बड़े और छोटे-छोटे घाटों में विभाजित कर नीलामी की जाएगी।
घाटों को इन दो श्रेणियों में बांटकर इनकी डिस्ट्रिक सर्वे रिपोर्ट तैयार करके सभी जिलों को देने के लिए कहा गया है। खान एवं भूतत्व विभाग ने ऐसे सभी बालू घाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया 15 जनवरी से पहले पूरी करने का निर्देश दिया है। साथ ही जो बालू घाट अब तक नीलामी से वंचित हैं, उनके लिए भी नीलामी प्रक्रिया जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है। जिन बालू घाटों पर नीलामी के बाद भी खनन की प्रक्रिया शुरू नहीं करवाई गई है, उसके लिए दोषी पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
29 जिलों में 267 बालू घाटों के कलस्टरों की नीलामी हो चुकी है, लेकिन खनन का काम 60 बालू घाटों से ही हो रहा है। वहीं, 267 बालूघाटों में सभी के लिए सिक्योरिटी राशि जमा कराकर स्वीकृति आदेश भी जारी किया जा चुका है। 264 बालूघाटों के लिए खनन योजना की सहमति मांगी गई है। इसमें करीब 200 घाटों की लोक सुनवाई हो चुकी है। इसकी जानकारी सिया को भी उपलब्ध करा दी गई है। इन घाटों का पर्यावरणीय मंजूरी के लिए संबंधित खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। विभाग ने खनिज विकास पदाधिकारियों से कहा है कि किसी बालू घाट को लेकर किसी तरह की समस्या होने पर संबंधित डीएम की अध्यक्षता में नए बंदोबस्तधारी की बैठक करवाकर काम में तेजी लाएं।