बिहार के चार शहरों में मेट्रो परिचालन की संभाव्यता (फिजिबिलिटी) का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गुड़गांव स्थित राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) लिमिटेड को नगर विकास विभाग ने इसकी जिम्मेवारी दी है।
केंद्र की यह नवरत्न कंपनी रेलवे मंत्रालय के अधीन है। यह रेल परिवहन संबंधित इंजीनियरिंग सलाह देती है। कंपनी को संभाव्यता(फिजिबिलिटी) का पता लगाने के लिए खर्च और तकनीकी विवरण के लिए प्रस्ताव देने को कहा गया है। नगर विकास विभाग ने कंपनी को पत्र लिखकर चारों शहरों में काम शुरू करने को कहा है। दरअसल, आम नागरिकों को सुगम यातायात की सुविधा प्रदान करने के लिए मेट्रो रेल परिचालन के प्रस्ताव की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है। इसके तहत गया, भागलपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में मेट्रो का परिचालन प्रस्तावित है। इसी के लिए संभाव्यता का अध्ययन किया जाना है। इसकी संभाव्यता होने के बाद ही विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार की जाएगी। कंपनी को कंप्रिहेन्सिव मोबिलिटी प्लान और वैकल्पिक विश्लेषणात्मक रिपोर्ट भी देने को कहा गया है। इन चारों में जिन-जिन शहरों में मेट्रो की संभाव्यता पाई जाएगी, वहां मेट्रो परिचालन की आगे की कार्यवाही शुरू होगी।
कैबिनेट ने दी है सैद्धांतिक सहमति
राज्य के चार शहरों दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया में मेट्रो परिचालन की सैद्धांतिक सहमति राज्य कैबेनिट ने दे दी है। घनी आबादी वाले इन शहरों में यातायात को सुगम बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसी के बाद नगर विकास विभाग ने राइट्स को पत्र लिखा है।
पटना में मेट्रो अप्रैल 2026 से शुरू होना है
अभी पटना में मेट्रो का निर्माण जारी है। पटना में मेट्रो का परिचालन अप्रैल 2026 से शुरू होना है। पहले चरण में प्राथमिकता कॉरिडोर के हिस्से पर मेट्रो परिचालन शुरू किया जाना है। साढ़े छह किमी के इस हिस्से में पांच एलिवेटेड स्टेशन हैं। यह मेट्रो कॉरिडोर – 2 का हिस्सा है। कॉरिडोर-2 के शेष हिस्से पर 2027 में परिचालन शुरू किया जाना है।