गोपालपुर थाने के मनोहरपुर कछुआरा में जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष पटेल व उनके पूरे परिवार को बंधक बनाकर अपराधियों ने डाका डाला। इस दौरान अल्मीरा में रखे 38 हजार नकद, 9 से 10 लाख के गहने, एक बोड़ा चावल, एक कंटर तेल, साबुन, सर्फ तक डकैत अपने साथ ले गये। डकैतों ने घर में बने खाना भी खाया। उसी जगह रखे आम का स्वाद भी चखा। इसके बाद सभी फरार हो गये। अपराधी 30 की संख्या में थे।
सभी अपराधी गमछा और अंडरवीयर में थे। उनकी उम्र 20 से 30 वर्ष थी। उनमें एक 45 से 55 वर्ष का था। एक बदमाश टी शर्ट और लूंगी में था। प्रथम दृष्टया कच्छा-बनियान गिरोह पर पुलिस के शक की सूई घूम रही है।
सीढ़ी लगाकर छत के रास्ते घुसे थे डकैत अपराधी घर में सीढ़ी लागकर छत के रास्ते घुसे थे। मनीष मूल रूप से नालंदा के मेहमा गांव के रहने वाले हैं। वे पहले गौरीचक के बेंदौली में रह रहे थे।
मनीष ने बताया कि मनोहपुर कछुआरा में मकान बनाकर 15 अप्रैल को ही परिवार सहित रहने आये हैं। घटना के समय घर में मनीष, उनके बड़े भाई पंकज, भाभी स्वीटी कुमारी व एक भतीजा घर में था। वे परिवार सहित एक बर्थडे पार्टी में गये हुए थे। वहां से उनके एक भाई और भतीजा 10 बजे वापस आ गये थे। मनीष और उनके बड़े भाई 11 बजे रात को घर पहुंचे। सभी एक ही कमरे में थे। हल्की नींद आई थी कि रात करीब साढे़ 12 बजे अचानक घर में 15 से 20 डकैत छत के रास्ते घुस गये। परिवार वालों ने शोर-शराबा करना चाहा तो डकैतों ने हथियार दिखाकर चुप करवा दिया। इसके बाद सभी को बंधक बना लिया गया।