राज्य में ठनका से आठ लोगों की मौत हो गई। सुपौल, जमुई, भागलपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण और नवादा में बारिश के दौरान वज्रपात हुआ।सुपौल जिले के छातापुर की चुन्नी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य धर्मदेव मंडल के 21 वर्षीय पुत्र कुंदन कुमार की मौत ठनका के चपेट में आने से हो गयी। जमुई के खैरा की झुंडो पंचायत के मांगेचपरी गांव में वज्रपात की चपेट में आने से 60 वर्षीय सीताराम सिंह की मौत हो गई। जबकि अवध सिंह और मुन्ना सिंह गंभीर रूप से घायल है।
इधर भागलपुर के सन्हौला में वज्रपात से 27 वर्षीय युवक राहुल कुमार की मौत हो गई। वहीं कहलगांव में 35 वर्षीय महिला की जान चली गई। पूर्वी चंपारण के राजेपुर थाना क्षेत्र की राजेपुर पंचायत अंतर्गत बरकुरवा गांव में दोपहर बाद ठनका की चपेट में आने से किशोर भोला कुमार (15) की मौत हो गई। दरभंगा के जाले के समधिनियां गांव में आम तोड़ने बगीचे गये चार लोग ठनका की चपेट में आ गए। इनमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलस गये। नवादा के कौआकोल में 51 वर्षीय पुत्र विशुनदेव यादव की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर के बरियारपुर थाना क्षेत्र के बेरुआ डीह गांव में 10वीं के छात्र की मौत हो गई।
वज्रपात से मौत से सीएम दुखी
पटना। बीते 24 घंटे में राज्य के छह जिलों में वज्रपात से सात लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने अविलंब मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का भी निर्देश दिया है।
रविवार की रात से सोमवार की शाम तक वज्रपात से औरंगाबाद में दो के अलावा बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भागलपुर और दरभंगा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में सतर्कता बरतें।