नालंदा: Nalanda पुलिस ने बिहार पुलिस के फर्जी सिपाही को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पकड़ा गया फर्जी सिपाही शेखपुरा जिला के बरबीघा थाना क्षेत्र अंतर्गत माहुर गांव निवासी कुंवर यादव का पुत्र पप्पू कुमार है। बिहार थानाध्यक्ष रामाशंकर सिंह ने रविवार को बताया कि 18 जून को बिहार थाना में कृष्ण कुमार की पत्नी तनु सिंह जो निचली किला गढ़पर चंदन कुमार के घर में किराए के मकान में फ्लैट लेकर रह रही है। उनकी फ्लैट में चोरी हुई थी।
उन्होंने अपने फ्लैट के सामने वाले किराएदार जमुई जिला के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के खड़गपुर गांव निवासी मनीष कुमार पर आरोप लगाया था कि उसी ने घर में घुसकर चोरी की है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई थी, तभी वादी ने केस के अनुसंधानकर्ता को यह जानकारी दी कि उनके पास 26 जून को बिहार थाना पुलिस आई थी जो यह कह रही थी कि उसने एफआईआर कर गलती कर दी है। मनीष कुमार निर्दोष है और उसे चोरी में फंसा दिया गया है। अब उन्हें डीएसपी और एसपी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ेगा।
छानबीन में पता चला कि बिहार थाना से कोई पुलिसकर्मी वादी के घर नहीं गया था। इसके उपरांत सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो पता चला कि फर्जी सिपाही बिहार थाना एवं जिला बल का नहीं है। फर्जी सिपाही पप्पू कुमार को शेखपुरा जिला के बरबीघा से पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह बिहार थाना क्षेत्र के गढ़पर स्थित सिद्धेश्वर प्रसाद के मकान में एक किराए का कमरा लेकर रहता है।
फर्जी सिपाही की निशानदेही पर उसे किराए के कमरे से पुलिस की वर्दी, जूता, टोपी, बिहार पुलिस का बैच, खाकी रंग का जैकेट, फौजी कलर का शर्ट, एसएलआर का बिंदौलिया, लकड़ी काटने वाला आरी, लोहा काटने वाला आरी, एक मोबाइल सेट, पुलिस की लाठी, एसडीपीओ सदर के नाम का फाइल जिस पर 243 अंकित, बिहार पुलिस का बरगद का निशान एवं भिसिल कोड, अपाचे मोटरसाइकिल जिस पर पुलिस लिखा हुआ बरामद किया गया है। फर्जी सिपाही का पूर्व से आपराधिक इतिहास भी रहा है।
फर्जी सिपाही को वादी को धमकी दिलवाने के मामले में मनीष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी टीम में प्रशिक्षु डीएसपी मोहम्मद अजहरूद्दीन, दीपक कुमार दारोगा गुलाम मुस्तफा, गणेश कुमार राय समेत बिहार थाना की सशस्त्र पुलिस बल शामिल रही।