साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की आईटी सेल ने एक फीडर मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया है। हर घर बिजली की लॉगिंग से बिजली कटने की सूचना उपभोक्ताओं को एसएमएस के माध्यम से मिल जाएगी। प्लानिंग शर्ट डाउन की सूचना तत्काल तथा तकनीकी खराबी उत्पन्न होने के बाद सूचना जारी हो जाएगी।
यह व्यवस्था राज्यभर में लागू होगी। पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के 13 आपूर्ति प्रमंडलों में ट्रायल शुरू हो गया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस सिस्टम का शुभारंभ बुधवार को साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने किया।
पहले वाली व्यवस्था बंद
पहले ऊर्जा मित्र से एसएमएस जाता था। यह व्यवस्था लंबे समय से बंद हो गयी थी। प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने ट्रायल का शुभारंभ करते हुए पेसू अभियंताओं को कहा कि कनीय विद्युत अभियंता और सहायक विद्युत अभियंता बंद होने वाले फीडरों के उपभोक्ताओं का डाटा सिस्टम में डालकर बिजली कटने का संदेश डाल देंगे। उस फीडर से जुड़े सभी उपभोक्ताओं के पास बिजली कटने की सूचना चली जाएगी।
कार्यपालक अभियंता, अधीक्षण अभियंता मनीष कांत, संजीत कुमार और पेसू महाप्रबंधक श्रीराम सिंह निगरानी करेंगे और शत प्रतिशत सुनिश्चत कराएंगे। एमडी ने स्पष्ट किया कि पेसू के सभी फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं की टैगिंग हो गई है। अगले चरण में डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर से उपभोक्ताओं की टैगिंग होगी। ऐसा हो जाने पर उपभोक्ताओं की सुविधाएं बढ़ जाएगीं।
अब निश्चिंत रहेंगे उपभोक्ता
मामूली कारणों से बिजली बंद की सूचना भी उपभोक्ताओं को मिल जाएगी। ज्यादा देर तक बिजली कटने की सूचना पर उपभोक्ता निश्चिंत रहेंगे। जानकारी नहीं रहने के कारण उपभोक्ता परेशान रहते हैं तथा फ्यूजकाल सेंटरों में बार-बार टेलीफोन करते रहते हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेसू के कनीय विद्युत अभियंता से लेकर महाप्रबंधक तक जुड़े थे। सभी राजस्व से जुड़े अभियंता भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे। पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के महाप्रबंधक श्रीराम सिंह ने बताया कि उपभोक्ताओं को बिजली कटने से पहले मैसेज मिल जाएगा। यह सिस्टम उपभोक्ता फ्रेंडली होगा।