राजधानी समेत पूरे प्रदेश में मानसून फिर कमजोर पड़ गया है। अब दो दिन बाद ही राज्य में मानसून के सक्रिय होने का आसार है। मानसून कमजोर होने की स्थिति में स्थानीय कारणों से कुछ इलाके में हल्की वर्षा हो सकती है। फिलहाल प्रदेश में भारी वर्षा की कोई उम्मीद नहीं है।वर्षा नहीं होने से राज्य में कृषि कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। प्रदेश के गैर सिचिंत इलाके में धान की रोपनी भी ठप है। वहीं नहरी इलाके में किसान किसी तरह रोपनी कर रहे हैँ। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों का कहना है कि राज्य में मानसून के कमजोर होने के कारण वर्षा में कमी आई है।
अगले दो दिनों बाद स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। उसके बाद राज्य में वर्षा के आसार बन सकते हैं। इस बीच वातावरण में उमस बनी रहेगी। राज्य में औरंगाबाद सबसे गर्म स्थान रहा, औरंगाबाद में अधिकतम तापमान 39. 2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान वाल्मिकीनगर में रिकार्ड किया गया, वहां पर न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा।शनिवार को सुबह से ही उमस ने लोगों को पसीना छुड़ाना शुरू कर दिया था। दिन चढ़ने के साथ-साथ वातावरण में उमस भी बढ़ती गई। शाम को उमस इतनी ज्यादा हो गयी कि लोगों को न तो घर में राहत मिल रही थी न ही बाहर। लोग दिनभर पसीने से तरबतर होते रहे।
पंखों से भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही थी। राजधानी में अधिकतम तापमान 37.3 एवं न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। रविवार को राजधानी के वातावरण गर्मी बढ़ने के आसार व्यक्त किए जा रहे हैँ। राजधानी के वातावरण में आर्द्रता 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड की गयी।