मुजफ्फरपुर जिला में बिजली विभाग का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. जहां बिजली विभाग ने एक मजदूर को 31 लाख का बिल भेज दिया है. जिसके बाद मजदूर के परिजनों का होश उड़ गए. पूरा मामला जिला के पियर थाना क्षेत्र के सिमरा पंचायत के वार्ड संख्या 9 का बताया जा रहा है. यहां के तीन पंखा और चार-पांच बाल जलाने वाले एक साधारण मजूदर को दो महीने का बिजली विभाग ने 31 लाख रुपये का बिल थमा दिया है. हैरानी की बात तब ये है कि ये मजदूर ना ही कोई फैक्ट्री चलता है और ना ही प्लांट चलता है, लेकिन बिजली बिल मात्र दो महीने मे 31 लाख का बिजली बिल मजदूर को थमा दिया गया है.
बिजली विभाग के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये से मजदूर बेहद हैरान और चिंतित है. बिल जमा नहीं करने के कारण बिजली भी काट दी गई. जिससे मजदूर का पूरा परिवार इस बिना पंख और बिना बल्ब के अंधेरे में जीने पर विवश हैं. मजदूर के घर में बिजली का कनेक्शन मजदूर की पत्नी फूला देवी के नाम से है. मजदूर इसे सुधारने के लिए लगातार विभाग का चक्कर लगा रहा है. दो महीने पहले इस मजदूर के घर में स्मार्ट मीटर लगाया गया है और उसके बाद उसका बिजली आपूर्ति होती रही और तब इसके बाद अचानक उसका बिजली काट दी गई.
पीड़ित शुभलाल सहनी ने बताया कि हमें 31 लाख रुपए का बिल भेजा गया है और यह बिजली कनेक्शन मेरी पत्नी फूला देवी के नाम पर है. उसके यहां करीब दो महीने पहले बिजली विभाग की ओर से बिजली का स्मार्ट मीटर लगाया गया था. इसके कुछ दिन बाद तक घर में बिजली आती रही, लेकिन उसके बाद बिजली आना बंद हो गया.
शुभलाल सहनी ने बताया कि 20 जून को 400 रुपये से रिचार्ज करने के बाद भी जब बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो बिजली विभाग में जाकर पदाधिकारी को बताया था. पता चला कि उनका करीब 31 लाख रुपये का बिल बकाया है. मजदूर ने बताया कि उसके घर में मात्र तीन पंखा और चार-पांच बल्ब का इस्तेमाल होता है. दो महीना पहले करीब 2600 रुपये का बिजली बिल बकाया था. अब ये फिर आखिर इतना बिल कैसे हो गया यह समझ से बाहर है.
वहीं, इस पूरे मामले में जानकारी के बाद हरकत में आई बिजली विभाग के जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर अभिषेक रंजन ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत मिली है. एक मजदूर से लिखित आवेदन मांगा गया है और इस मामले की जांच का करवाई जा रही है. आखिर ऐसा कैसे हुआ है और इस मामले में रीडर से जानकारी लिया जा रहा है. बिजली के मीटर में कभी-कभी में गड़बड़ी आ जाती है जांच कर ठीक किया जाएगा.