मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है।माना जा रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. माना जा रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. इसके साथ ही कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ अचानकर राजधानी दिल्ली पहुंच गए हैं. कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें उस समय जोर पकड़ रही हैं, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्य प्रदेश पहुंचने वाली है. इससे पहले कमलनाथ ने अपने 17 फरवरी के पहले के सभी तय प्रोग्राम रद्द कर दिए हैं. हालांकि कमलनाथ ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए आज मीडिया से बात की. बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि जब कोई ऐसी बात होगी तो पहले बता दूंगा.इधर, कांग्रेस के नेता और कमलनाथ के बेटे नकुल ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स प्रोफाइल से कांग्रेस हटा दिया है।
अगर कमलनाथ बीजेपी में शामिल होते हैं तो लोकसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जाएगा. आपको बता दें कि दिल्ली में इस समय बीजेपी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. ऐसे में कमलनाथ का सारे प्रोग्राम कैंसिल कर दिल्ली आना उनकी बीजेपी में शामिल होने की चर्चा को हवा दे रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी की नीतियों पर यकीन करने वालों के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं. हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कमलनाथ के करीबी दिग्विजय सिंह ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है. दिग्गी राजा ने कहा कि कमलनाथ ने इंदिरा और राजीव गांधी के समय कांग्रेस से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया है. ऐसे में उनका बीजेपी में शामिल होना कोरी अफवाह है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं पर कांग्रेस सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि कमलनाथ के काम, उनकी सेवा को देखते हुए तो ऐसा नहीं लगता है… पार्टी से उनकी नाराज़गी क्या होगी. पार्टी से दूसरे लोग नाराज हो सकते हैं लेकिन जहां हाई कमान से भी ज्यादा उनकी चलती हो… ऐसी स्थिति में उपेक्षा का कोई सवाल ही नहीं है…” कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ छिंदवाड़ा में हैं… मेरी कल रात उनसे बात हुई है वे छिंदवाड़ा में हैं. जिस व्यक्ति ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, वे उस समय उनके साथ खड़े थे जब पूरी जनता पार्टी और केंद्र की सरकार इंदिरा गांधी को जेल भेज रही थी. आप उनसे उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं कि वे सोनिया गांधी के परिवार को छोड़कर जाएंगे।