बुधवार की रात आसमान में बनेगी मंगल और गुरु की जोड़ी, दिखेगा अद्भुत नजारा

1506 jpg

खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए बुधवार यानी 14 अगस्त की रात बेहद खास होने जा रहा है। इस दौरान आकाश में अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। दरअसल, 14 अगस्‍त को मध्‍यरात्रि के बाद आकाश में लाल ग्रह कहे जाने वाला मंगल और सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्‍पति (गुरु) जोड़ी बनाते नजर आएंगे। भारत में इस घटना को स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुबह सबेरे तक देखा जा सकेगा।

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगल और गुरु के मिलन की इस घटना को खगोल विज्ञान के मुताबिक कंजक्‍शन ऑफ मार्स एंड जुपिटर बताया है। इसके अलावा इस घटना को तकनीकी रूप से एपल्‍स भी कहते हैं। उनके मुताबिक बुधवार मध्‍यरात्रि के बाद लगभग एक बजे यह दोनों ग्रह पूर्वी आकाश में जोड़ी बनाते हुए ही उदित होंगे।

इसके बाद इस जोड़ी को खाली आंखों से अथवा टेलीस्कोप से देखा जा सकता है। धीरे-धीरे ये ग्रह आगे बढ़ते हुये स्‍वतंत्रता दिवस की सुबह सूर्योदय की लालिमा आने तक दिखाई देंगे। इस दौरान बृहस्‍पति की चमक माइनस 2.2 और मंगल की चमक 0.8 मैग्‍नीटयूड होगी। इस जोड़ी के पीछे वृषभ तारामंडल होगा।

उन्होंने बताया कि जोड़ी बनाते इन ग्रहों में मंगल पृथ्‍वी से लगभग 22 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा तो बृहस्‍पति 80 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी पृथ्‍वी से देखने पर इनका कोण इस प्रकार होगा कि वे जोड़ी के रूप में एक-दूसरे में समाते दिखाई देंगे।

नौ साल बाद दिखेगा फिर से ऐसा नजारा

सारिका ने बताया कि पूर्णिमा के चंद्रमा की आकाश में चौड़ाई लगभग 0.5 डिग्री दिखती है, जबकि जोड़ी बनाते इन ग्रहों के बीच की दूरी सिर्फ 0.3 डिग्री रह जाएगी, जो चंद्रमा की चौड़ाई से भी कम होगी। उन्होंने कहा कि इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने से नहीं चूकना चाहिए, क्‍योंकि अगली बार बृहस्‍पति और मंगल के इतने करीब होने की घटना करीब नौ साल बाद एक दिसम्‍बर, 2033 को होगी।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.