Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

बेटे की पढ़ाई के लिए जमीन रखी गिरवी, अब इसरो में हुआ चयन: माता-पिता का त्याग हुआ सफल

ByLuv Kush

जनवरी 3, 2024
fd273131 b1d6 49ab 8525 470edec2a6ea jpeg

बड़ी सफलता के पीछे पॉजिटिव अप्रोच के साथ आपको बढ़ना होता है. इसके बाद मंजिल कितनी भी बड़ी क्यूं न हो आप सफल हो ही जाते हैं. ऐसी ही सफलता बिहार के इस लाल ने पाई है. 9वीं क्लास में स्पेस का वीडियो देख इसरो में जाने का सपना सजाया, इसके पीछे मेहनत की, अब इसरो में टेक्निकल एस्टिटेंट के पद पर चयन हुआ है।

बेहद ही गरीब परिवार से आने वाले बरगही गांव के तपेश्वर कुमार की कहानी काफी प्रेरणादायक है. परिवार ने जमीन गिरवी रख अपने बेटा को पढ़ाया, अब उनका बेटे ने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे जिला का नाम देश के पटल पर रौशन किया है।

014ee390 3704 4bbf bfbf 2a516aec7bf6 jpeg

 

बेहद गरीबी हालात से लड़ते हुए बेटे को पढ़ाया
बिहार के आरा में एक किसान के बेटे ने अपनी कड़ी मेहनत और 12 घंटे की पढ़ाई के बदौलत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) में जगह बनाया है. जहां छोटे से गांव के निम्न मध्यम परिवार से निकल कर तपेश्वर कुमार ने कंप्टीशन की तैयारी कर पहली बार में ही सफलता हासिल कर इसरो में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर ज्वाइन किया है।