आंतकी गुट हमास का एक सक्रिय सदस्य सालेह अल अरौरी बेरूत में इस्राइल के कथित ड्रोन हमले में मारा गया है। इस्राइली रक्षा बल- आईडीएफ ने अरौरी को मार गिराए जाने का दावा किया है। हमास ने भी कल रात लेबनान में इस्राइली हमले में अरौरी की मौत की पुष्टि की है। लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इस हमले की निंदा की है।
सालेह अल अरौरी आंतकी गुट हमास के राजनैतिक ब्यूरो के उप निदेशक के रूप में कार्य कर रहा था और पश्चिमी तट में हमास की सैन्य शाखा का प्रमुख माना जाता था। उसे मार्च 2010 में इस्रायली रक्षा बल- आईडीएफ के गिलाड शालिट की रिहाई सुनिश्चित करने की कार्रवाई के सिलसिले में इस्राइल की कैद से छोड़ा गया था। हमास ने 2006 में शालिट का अपहरण किया था। बाद में अरौरी 2011 में शालिट की रिहाई के बदले इस्राइल की जेलों से एक हजार से अधिक फलीस्तीनियों को छुड़ाने में भी सक्रिय रहा था।