मंगलवार को दिनभर सूरज बादलों में छिपा रहा तथा बूंदाबांदी हुई। वहीं बुधवार को दिनभर रुक-रुक कर रिमझिम बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। बूंदाबांदी से जगह जगह सड़कों पर कीचड़ एवं जलजमाव से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। असमय बारिश से धान के फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसान सोना सिंह, मुकेश सिंह, रामबचन सिंह, बद्री रिख्यासन, शंकर पोद्दार, प्रसादी रिख्यासन,रंजीतआदि ने कहा कि अभी धान फसल कटनी का समय है। किसानों ने धान काटकर खेत में ही रखा है। अब बारिश से फसल खराब हो जाएगी। इतना ही नहीं जो पुआल है वह भी गल जाएगा, सड़ जाएगा। इससे पशु चारा का काफी अभाव हो जाएगा।जबकि आलू एवं कोबी को भी नुकसान होगा।आलू में जहां पल्ला मारेगा,पत्ता गलेगा वहीं कोबी के फसल में गलसा बीमारी बढ़ेगा। हालांकि किसानों ने कहा की मक्का और गेहूं को कुछ फायदा भी होगा।