भागलपुर : जिप अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर ली जा रही कानूनी सलाह। जिप अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर कानूनी सलाह ली जा रही है। कारण यह है कि विरोधी खेमे ने उनके खिलाफ 30 दिसंबर को आवेदन दिया है। उस समय पंचायत उपचुनाव के कारण आचार संहिता लगी हुई थी। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है या नहीं, इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है। साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों से भी बात की जा रही है।
वहां से मार्गदर्शन मिलने के बाद ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक की तिथि निर्धारित की जा सकेगी। पहले बैठक की तिथि जिला परिषद अध्यक्ष को ही देनी है। अगर वह तिथि तय नहीं करेंगे तो विरोधी खेमा डीएम को आवेदन देगा। इसके बाद डीएम के स्तर से ही बैठक की तिथि निर्धारित की जाएगी।
जिला परिषद के 31 सदस्य हैं। इनमें 16 महिलाएं हैं। जिप अध्यक्ष के चुनाव का दो साल हो गया है। ऐसे में अब अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। जिप अध्यक्ष के काम-काज से नाराज चल रहे कुछ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की पहल की है। इस बार जिप सदस्य मिथुन कुमार ने इसके लिए पहल की है। विरोधी खेमे का दावा है कि उनके साथ 20 पार्षद हैं। जबकि जिप अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह का दावा है कि उनके साथ करीब 17 पार्षद हैं।