भागलपुर के मायागंज से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें एक कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वह चार दिन से अस्पताल में इलाजरत था। कैदी की पहचान बांका जिला के भवरा का रहने वाला तुलसी कुमार उर्फ अभिजीत के रूप में हुई है।
परिजनों ने बताया कि मेरे भाई एक साल से बांका जेल में कैद थे। इस दरमियान एक बार जेल के अंदर ही इसका ब्रेन हेमरेज हो गया था। उसके बाद इलाज के दौरान वह ठीक भी हो गया। लेकिन उसके बाद से उसकी तबीयत बहुत अच्छी नहीं रह रही थी। अब फिर से चार दिन पहले पैरालिसिस का अटैक आया। अगर जेल पुलिस प्रशासन समय रहते मेरे भाई को अस्पताल ले जाती तो शायद मेरे भाई की जान बच सकती थी।
उन्होंने बताया कि यह मामला लूटपाट का था जिसमें आज हाईकोर्ट में सुनवाई के बिंदु पर था। हालांकि तबीयत बिगड़ने के बाद बांका जेल पुलिस में बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल उसकैदी को लेकर आई। लेकिन उसकी हालत धीरे-धीरे नाजुक बनती चली गई और अंततः उसकी मौत हो गई।
इस घटना को लेकर कैदी के परिजन काफी आक्रोशित दिख रहे हैं।
वह पूर्ण रूपेण बांका जेल पुलिस की लापरवाही की बात कही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पर पुलिस प्रशासन क्या संज्ञान लेती है।