भागलपुर नगर निगम में इन दिनों कोतुहल मचा हुआ है। दरअसल नगर निगम में नए जनप्रतिनिधियों कर चुनाव होने से एक वर्ष बीत गए लेकिन स्थाई समिति की बैठक को लेकर अबतक मामला फंसा हुआ ही नजर आ रहा है। इसी कड़ी में महापौर डा वसुंधरा लाल के नेतृत्व में प्रार्षदों का एक प्रतिनिधि मंडल समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय पहुंचा जहां जहां उन्होंने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को नगर आयुक्त के खिलाफ विरोधाभास जाहिर करते हुए ज्ञापन सौंपा इस दौरान अलग अलग वार्डों के पार्षद प्रतिनिधि मौजुद थे। वही मेयर वसुंधरा लाल ने बताया कि 1 वर्ष पुणे पूरे होने को है जबकि बोर्ड की बैठक 12 होनी चाहिए थी लेकिन अब तक पांच की बैठक ऊपर है इसी को लेकर कहा की उन्होंने बैठक की वीडियो ग्राफी भी करने की बात कही थी लेकिन किसी बैठक की कोई वीडियो ग्राफी नहीं हुई मैं अपने कहा कि वीडियोग्राफी नहीं होने के कारण अहम मुद्दे को भटका दिया जाता है लेकिन नगर आयोग सुनने को तैयार नहीं। मेयर वसुंधरा लाल ने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने से 1 वर्ष बीत चुका है लेकिन अस्थाई समिति की बैठक सही तरीके से नहीं हो पाने के कारण शहर की मूलभूत समस्याओं पर चर्चा नहीं हो पाती है उन्होंने कहा कि आज शहर में साफ सफाई की समस्या बेहद देखने को मिल रही है लेकिन कोई भी कार्य अब तक नहीं हो पाया है उन्होंने नगर आयुक्त योगेश कुमार सागर को उसका जिम्मेदार ठहराते हुए या कहा कि, जब कभी भी वे लोग इन मुद्दों को उठाते हैं तो नगर आयुक्त उसे हम सुन कर देते हैं इसको लेकर वे लोग आज जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को ज्ञापन देने पहुंचे हैं मौके पर कई पार्षद मौजूद रहे।