सेंट जोसेफ स्कूल के प्रिंसिपल अमल राज की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। स्कूल की नाबालिग छात्रा से छेड़खानी मामले में उनके विरुद्ध पुलिस की जांच और उसके बाद कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद अब उनकी अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज करते हुए कोर्ट ने इश्तेहार भी जारी कर दिया है। उनके खिलाफ इश्तेहार का तामिला कराया जाएगा और उसके बाद अगर वे सरेंडर नहीं करते हैं तो कोर्ट की अनुमति पर उनके विरुद्ध कुर्की-जब्ती की भी कार्रवाई हो सकती है। सोमवार को पॉक्सो के विशेष जज पन्ना लाल की अदालत ने प्रिंसिपल की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज किया।
और उनके विरुद्ध इश्तेहार की अनुमति भी पुलिस को दी। गौरतलब है कि नाबालिग छात्रा के साथ हुई घटना के आरोपी शिक्षकों प्रिंस यादव और मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
दुष्कर्म की कोशिश करने वाले शिक्षकों ने दी थी धमकी
पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया था कि उसके साथ गलत करने वाले शिक्षकों ने पहले भी उसके साथ छेड़खानी की थी और उसे धमकी दी थी कि यदि वह कहीं मुंह खोलेगी तो स्कूल से निकाल दी जाएगी। इस कारण छात्रा ने डर और बदनमाी के डर से मुंह बंद रखा था। उसने घर में भी किसी से कुछ नहीं कहा। 12 सितंबर को जब छात्रा स्कूल गई तो प्रिंस ने पहली घंटी में क्लास के बाहर उसे बुलाया। इसके बाद उसे लेकर स्पोर्ट्स स्टोर रूम चला गया। वहां स्पोर्ट्स टीचर मुकेश कुमार पहले से मौजूद था। छात्रा उसे देख सहम गई और अंदर जाने से इंकार करने लगी, लेकिन फिर से उसे भय दिखाकर अंदर जाने के लिए प्रिंस ने मजबूर कर दिया। इसके बाद मुकेश ने रूम का दरवाजा बंद कर दिया। हॉल के बाहर मुकेश निगरानी करने लगा। इसके बाद करीब 15 मिनट तक मुकेश ने छात्रा के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म का प्रयास किया।
पॉक्सो मामले में कोर्ट ने प्रिंसिपल अमल राज के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। उसके बाद से ही प्रिंसिपल फरार हैं। उनके मोबाइल टावर लोकेशन के जरिए पहुंचने का प्रयास कर रही है। उनके मोबाइल का सीडीआर भी निकाला गया है और उसकी भी जांच की जा रही है।
ताकि पता चल सके कि वे किन लोगों से संपर्क में हैं, पता चलने पर उन लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि पीड़िता के पिता ने 16 सितंबर को घटना की जानकारी एसएसपी आनंद कुमार को दी और 17 को उनसे मिलने पहुंचे। एसएसपी के निर्देश पर पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर आरोपी शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।