भागलपुर : एक तरफ जहां राज्य और केंद्र सरकार महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है। महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। वही अभी भी महिलाएं असुरक्षित हैै।
ताजा मामला भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र का है। जहां एक नाबालिग आठवीं कक्षा की 14 वर्षीय छात्रा अपने घर से समोसा खरीदने के लिए बाजार जा रही थी। तभी दो मनचले मोटरसाइकिल सवार ने उस नाबालिग को जबरन मुंह दबाकर मोटरसाइकिल पर बैठाया और नदी के किनारे ले जाकर गंदा काम किया।
जब नाबालिग रोती बिलखती अपने घर पहुंची और अपनी आपबीती अपने परिवार वालों के बीच बताया तो परिवार वालों के तो मानो पैर तले जमीन ही खिसक गई। पूरा परिवार भागलपुर के महिला थाना गुहार लगाने पहुंचा और न्याय की मांग करते दिखा। लेकिन अपने न्याय की मांग के लिए भी उन्हें महिला थाना में घंटों बैठना पड़ा।
पीड़ित परिवार के साथ महिला थाना में प्रभारी का भी रवैया रुखा सुखा दिखा। अब सवाल यह उठता है कि इस नाबालिग के साथ जो यह दुष्कर्म का मामला हुआ है इस पर प्रशासन क्या संज्ञान लेती है ? क्या दोषी इसी तरह खुलेआम घूमता रहेगा और पीड़ित नाबालिग भटकती रहेगी? वही पीड़ित नाबालिक लड़की ने बताया कि आरोपी युवक भी नाबालिग है उसकी उम्र महज 17 साल की है और वह मेरे पास के गांव के बगल के गांव का रहने वाला है। मुझे न्याय चाहिए अगर न्याय नहीं मिला तो मैं जान दे दूंगी. ….वही इसको लेकर सीटीएसपी अमित रंजन ने बताया कि पीड़ित नाबालिग लड़की महिला थाने में घंटा इंतजार की है। इसको लेकर जांच कराई जाएगी और दोषी प्रभारी थानेदार को सजा दी जाएगी।