12 करोड़ 54 लाख 53 हजार की लागत से बनने वाली बबरगंज से बड़ी खुटाहा सहित 14 ग्रामीण सड़कों की निर्माण एजेंसी का चयन चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद होगा। इनका निर्माण कार्य जून में शुरू होगा।
12.695 किलोमीटर लंबी सड़कें रूरल वर्क डिपार्टमेंट (आरडब्ल्यूडी) की निगरानी में बनेंगी। इनके निमार्ण के लिए 14 अप्रैल को ही निविदा खोली जानी थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता लगने के कारण निर्माण एजेंसी का चयन नहीं हो सका है। इसकी वजह से मई से सडकों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
सड़कों के बनने से ग्रामीणों को आवागमन में सहूलियत होगी। ठेकेदार को सड़क का मेंटेनेंस कराना अनिवार्य होगा। ये सभी सड़कें वर्तमान में जर्जर हैं। सड़कों का निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना से होगी। निर्माण की राशि में मेंटेनेंस राशि एक करोड़ एक लाख रुपये शामिल है।
515 करोड़ से फोरलेन सड़क बनाने के लिए तार व पोल किए जाएंगे शिफ्ट
पहले चरण में भागलपुर से बांका जिले के ढाकामोड तक 515.17 करोड़ की लागत से बनने वाले भागलपुर-हंसडीहा (भलजोर) फोरलेन सड़क के निर्माण के लिए बिजली पोल व तार हटाए जाएंगे। पोल-तार शिफ्टिंग के लिए एनएच विभाग को 8 करोड़ 34 लाख 88 हजार 557 रुपये बिजली विभाग को भुगतान करना होगा।
इसमें 18 प्रतिशत जीएसटी और सुपरविजन चार्ज की राशि के रूप में 24 लाख 30 हजार 70 रुपये शामिल हैं। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र द्वारा एनएच विभाग को सौपे गए प्राक्कलन के अनुसार हाईटेंशन व एलटी लाइन, 35 पोल, 200, 100, 63 व 25 केवीए के कुल 55 ट्रांसफार्मर हटाये जाने हैं।
सड़क निर्माण में आने वाली भू-अर्जन की समस्या का समाधान हो गया है। पहले फेज में भागलपुर से ढाकामोड़ तक फोरलेन सड़क की निविदा भी आचार संहिता खत्म होने के बाद खोल दी जाएगी। भू-अर्जन में बाधा उत्पन्न से पिछले पांच माह से टेंडर नहीं खोला जा सका है।