जिलेभर में सबसे ऊंची बहवलपुर की 32 फीट की काली प्रतिमा का बुधवार को शांतिपूर्ण विसर्जन हो गया. देर रात चंपानदी घाट पर प्रतिमा का विसर्जन हुआ.
इस दौरान प्रतिमा को बहवलपुर से कंझिया बायपास होते हुए चंपा नदी घाट तक लाने में तक आने में करीब पांच किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा.
करीब आठ घंटे का वक्त लग गया. दोपहर तीन बजे मेढ़ से प्रतिमा को उठाया गया. खुले ट्रैक्टर पर शाम पांच बजे मंदिर प्रांगण से प्रतिमा निकली,जो कंझिया बायपास, बिहारी पुर मार्ग होते हुए दोगच्छी, पुरानीसराय,रामचंद्रपुर नवटोलिया, मिर्जापुर मार्ग होते हुए रात करीब एक बजे के बाद चंपानदी घाट पहुंची जहां जयकाली बहबलपुर वाली के जयकारे के साथ भक्तों ने माता को नमआंखों से विदाई देकर विसर्जन किया. श्रद्धालुओं ने आतिशबाजी भी की. सुरक्षा के मद्देनजर नाथनगर थानाध्यक्ष मो. महताब खान,ललमटिया थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार,मधुसुदनपुर थानाध्यक्ष महेश कुमार व नाथनगर सार्वजनिक पूजा समिति के पदाधिकारी मुस्तैद थे.