भागलपुर के एक युवक ने एथिकल हैकिंग की दुनिया मे तीसरा बड़ा ऐसा काम किया जिससे लोगों का बड़ा नुकसान होने से बचाया
भागलपुर के युवक ने कमाल कर दिखाया है। एथिकल हैकिंग की दुनिया मे तीसरा बड़ा ऐसा काम किया, जिससे लोगों का बड़ा नुकसान होने से बचा है। दरअसल भागलपुर बूढ़ानाथ निवासी मयंक ने फ़ोन पे में बड़ी गलती ढूंढ निकाली। उसने फ़ोन पे को बगैर ओटीपी के बायपास करते हुए लॉग इन कर लिया और फिर फ़ोन पे को रिपोर्ट किया। फ़ोन पे ने इसकी जांच के बाद मयंक को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है।मयंक को फ़ोन पे सम्मानित करेगा।
मयंक ने बताया कि वह फ़ोन पे चला रहे थे तभी उसने उसमे बग ढूंढ निकाली बगैर ओटीपी के लॉग इन कर दिया और कम्पनी को रिपोर्ट किया। इससे इस समस्या का समाधान होगा ताकि दूसरा कोई इसका गलत तरीके से उपयोग नहीं कर सके। आसान शब्दों में कहें तो फ़ोन पे में गलती ढूंढकर गलत होने से बचा लिया गया।
बता दें की मयंक ने पिछले साल गूगल में बग ढूंढ निकाला था। इसमे उन्होंने स्क्रिप्ट तैयार की थी। जिसकी मदद से किसीको मेल भेजा जा सकता था। इसकी जानकारी उसने गूगल को दी गूगल ने मयंक की सराहना करते हुए उसे आईफोन ,लैपटॉप व कई सामान गिफ्ट किये थे।
इतना ही नहीं मयंक ने नासा के साइट को परखकर पता कर लिया था कि नासा में काम करने वाले लोगों की डाटा की लीक किया जा सकता है। इसकी सूचना उसने नासा को दी थी। मयंक कलिंगा यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते है और एथिकल हैकिंग की दुनिया में नाम कमा रहे हैं।