भागलपुर के सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का एक वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ। वीडियो देखकर लगा कि यहां मानव बल की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। वीडियो जेएलएमएनसीएच के अधीक्षक के पास भी पहुंचा। वह भौंचक रह गये। बिना उनकी जानकारी के भर्ती कैसे हो रही है।
अस्पताल अभी मायागंज अस्पताल के अधीक्षक के अधीन ही आता है। उन्होंने मौके पर सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के नोडल प्रभारी समेत तीन लोगों को भेजा। टीम के पहुंचने से पहले भर्ती के खेल में शामिल दो कर्मचारी भाग निकले। टीम ने वहां से एक फाइल जब्त की, जिसमें करीब 200 आवेदन पड़े हुए थे। ये भर्ती कौन कर रहा था, किसकी अनुमति से कर रहा था, यह स्पष्ट नहीं है। न ही यह स्पष्ट हो पाया कि भर्ती जायज तरीके से हो रही थी या ठगी चल रही थी। जिम्मेदार कह रहे हैं, इसकी जांच होगी। टीम ने वहां मौजूद लोगों को बताया कि किसी भी तरह की भर्ती यहां पर नहीं की जा रही है। किसी के बहकावे में न आएं। साथ ही अस्पताल के गेट पर तैनात सिक्युरिटी गार्ड को फटकार लगाई कि इतने लोग कैसे अस्पताल के अंदर आ गये। टीम ने वहां से एक फाइल जब्त की। भर्ती के लिए पहुंचे करीब 50 लोगों ने टीम को बताया कि उन लोगों से आवेदन फार्म के नाम पर 200-200 रुपये व सिक्युरिटी मनी के नाम पर दस-दस हजार रुपये लिये जा रहे थे।
अगर निजी एजेंसी को भर्ती करनी थी तो अपने कार्यालय में करनी चाहिए थी। मेरे हिसाब से ये भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से गलत है। –डॉ. उदय नारायण सिंह, प्राचार्य, जेएलएनएमसीएच