भागलपुर। 11 जून को जारी अधिसूचना में भागलपुर के सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के लिए किडनी, दिल व दिमाग क 13 विशेषज्ञ डॉक्टर मिले थे। लेकिन अब तक इनमें से महज चार विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ही योगदान दिया है। इनमें से दो दिल व एक-एक दिमाग व किडनी के विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं।
वहीं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उदय नारायण सिंह ने कहा कि चारों डॉक्टरों को सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में लग रही जांच व ऑपरेटिंग मशीनों के इंस्टालेशन की जिम्मेदारी दी गई है।
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चालू होने से पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल मायागंज अस्पताल पर भी मरीजों का दबाव कम होगा. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल मायागंज में भागलपुर सहित बांका, मुंगेर, खगड़िया, कटिहार, नवगछिया सहित आसपास के कई जिलों और पड़ोसी राज्य झारखंड और बंगाल से इलाज कराने के लिए आते हैं.
200 बेड का है अस्पताल
भागलपुर के बरारी में पिछले 2 सालों से 200 करोड़ की लागत से 200 बेड का 7 मंजिला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार था. लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच तकरार की वजह से अब तक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कि ओपीडी सेवा चालू नहीं हो पाई थी.