गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने जया किशोरी का किया स्वागत
भगवत कथा में गुरुवार को गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे भी शामिल हुए। कथा स्थल के मंच पर आकर उन्होंने प्रसिद्ध कथावाचिका जया किशोरी का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि भागलपुरवासी जया किशोरी जी के आने से काफी गौरवान्वित हैं और यह पल हम सबों के लिए महत्वपूर्ण है। सांसद ने गोशाला का भी भ्रमण किया।
रामा- रामा रटते- रटते बीती रहे उमरिया…पर झुमे श्रद्धालु
जया किशोरी ने कथा के दौरान भजनों की प्रस्तुति दी। भजनों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। जब माता शबरी की भक्ती पर रामा रामा रटते रटते, बीती रहे उमरिया… भजन सुन श्रद्धालु झूम उठे।
गोशला में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन गुरुवार को प्रसिद्ध कथावाचिका जया किशोरी ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षित जरूर करें। उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करें, बेटा हो या बेटी। खासकर बेटी को शिक्षित करें। कोई माता-पिता नहीं चाहता कि बेटी ससुराल में जाकर दुख पाए। वो दूसरे घर में अन्याय तभी सहेगी, जब अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पाएगी। जया किशोरी ने कहा कि जो मां-बाप अपने बच्चों की शादी कर देते हैं और कहते हैं कि हमने गंगा नहा ली। बच्चों की शादी कर देना गंगा नहाना नहीं होता है।
मां-बाप भगवान का रूप होते हैं। मां-बाप का फर्ज केवल बच्चों की शादी करना नहीं, बल्कि बच्चों को काबिल बनाना है। शिक्षा में, संस्कार में और भावनाओं में काबिल बनायें, धन में भी काबिल बनाइये। बच्चा काबिल होगा तो खराब स्थित में भी वे खुद को और परिवार को संभाल लेगा। राजा जनक ने भी माता सीता के लिए महल ही ढूंढा था। लेकिन माता सीता को मिला क्या वन। लेकिन वह वनवास में भी अच्छे से रह गईं। क्योंकि माता सीता संस्कारवान, धैर्यवान और भावनाओं में श्रेष्ठ थीं।
इस मौक पर पूरा पंडाल राधे-राधे के जयकारे से गूंजायमान रहा। जया किशोरी ने सभी को खुश रहने का तरीका बताया। गुरु सेवा समिति के प्रवक्ता दीपक शर्मा ने जानकारी दिया कि शुक्रवार को भागवत कथा में विशेष आकर्षण वामन अवतार श्रीराम जन्म एवं श्री कृष्णा जी का जन्म रहेगा। कार्यक्रम में गुरु सेवा समिति के अध्यक्ष श्रवण कुमार बाजोरिया, लक्ष्मी नारायण डोकानिया, रमन साह, राम गोपाल पोद्दार, शरद कुमार सालारपुरिया, बबलू अग्रवाल आदि मौजूद रहे।